यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफला क्रिया:॥
छ,ग कटघोरा—– भारत के नए संसद भवन में पहली बार महिला आरक्षण विधेयक लाया गया जिसमें सर्वसम्मति से सभी दल के सांसदों ने अपनी सहमति दी कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने कहा कि महिला आरक्षण बिल स्वर्गीय राजीव गांधी का सपना था जो आज साकार होता हुआ दिखाई दे रहा है,
भाजपा के सांसदों ने कहा कि युगों युगों से ये परंपरा चली आई है कि किसी भी राष्ट्र का निर्माण तभी संभव है जब उस राष्ट्र में रह रही मातृशक्ति को भी नेतृत्व और समानता का अवसर मिले..महिला और पुरुष दोनों का बराबर का योगदान राष्ट्र के विकास की रफ्तार तेज कर देता है..
इस बात को हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र भाई मोदी जी भाली भांति समझते हैं शायद यही कारण है कि देश के नए संसद भवन में देश के नवनिर्माण के लिए संसद के प्रथम दिवस में पहला कोई विधेयक लाया गया तो वह है महिला आरक्षण पर..
यह मातृशक्ति को सम्मान दिलाने के लिए, समानता के लिए और देश के निर्माण में “मिल का पत्थर” साबित होगा..
सन 1999, 2002 और 2003 यह वही शुभ वर्ष है जिसमें माननीय अटल बिहारी बाजपेई जी ने गठबंधन की सरकार चलाते हुए संसद में महिला आरक्षण विधेयक पास करवाने का बार बार कठिन प्रयास किया परन्तु तब किसी ने उनका साथ नहीं दिया ..! !
अरे जो लोग आज मीडिया में चीख चीख कर ” This is Ours ” की बाइट दे रहे हैं, यदि उन्होंने अटल जी का साथ दिया होता तो आज संसद में मातृशक्ति चौथी बार अपनी शक्ति के साथ संसद में बैठी होती और राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही होती..!!
कांग्रेस ही नहीं अपितु सम्पूर्ण राष्ट्र को मालूम है कि देश की सभी आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को यदि कोई पूरा कर सकता है तो वह है नरेंद्र भाई मोदी..
इसलिए #Team_HallaBol बार-बार कहती है कि..
“मोदी है तो मुमकिन है”
इस विधयेक के बाद हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि हमारे देश की मातृशक्ति कांग्रेस के किसी भी लोकलुभावने बातों में अब नहीं आएगी ..और स्वयं के अधिकार को सुरक्षित रखने के लिए और राष्ट्र निर्माण के लिए राष्ट्र के विकास के लिए पुनः मोदी जी को और भाजपा को चुनेगी..
जन जन की आवाज़