रायपुर। जैसे-जैसे छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट सामने आ रही है वैसे ही भाजपा में खलबली मची है कि कैसे छत्तीसगढ़ में फिर से भारतीय जनता पार्टी अपनी सरकार बनाए। इसलिए भाजपा छग विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए एन-केन-प्रकारेण करके नए-नए रणनीति बना रही है। जिसमें ये नई बात सामने आई है कि इस बार के चुनाव में भाजपा ने सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं को प्रत्याशी के रूप में आजमाया जायेगा। यदि ऐसा हुआ तो सांसद सरोज पांडेय या रेणुका सिंह छत्तीसगढ़ की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में सामने आ सकती है। जिससे उन्हें भारतीय जनता पार्टी को भरपूर सहयोग और वोट मिले। ये भी एक फॉर्मूला बना सकते है ऐसा विचार उच्च स्तरीय चल रहा है। फिर भी अभी ये कहना बड़ा मुश्किल होगा कि भाजपा के बड़े कद्दावर नेता इस नए फॉर्मूले को स्वीकार करते है या नहीं अगर ये फॉर्मूला लागू होगा तो देश में भारतीय जनता पार्टी नया मिसाल कायम करेगी। छत्तीसगढ़ की आधी आबादी यानी कि महिला वोटर्स को साधने के लिए भारतीय जनता पार्टी नए सिरे से रणनीति बना रही है। इसमें भाजपा महिलाओं के बीच कुछ ऐसे सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रम करेगी जिससे कांग्रेस के खिलाफ माहौल तैयार हो सके और आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ में फिर से कमल खिल सके। महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानथी श्रीनिवासन काफी दौरा आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ में होने जा रहा है। अगस्त और सितंबर महीने में भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा पूरे छत्तीसगढ़ में कई बड़े कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। इसका सीधा असर प्रदेश के चुनावी माहौल में होगा। इनमें सबसे बड़ा आयोजन तीजा तिहार का होगा । तीज के त्यौहार को भारतीय जनता पार्टी की महिलाएं सभी समाजिक वर्गों की महिलाओं के साथ मनाएंगी पूरे प्रदेश में इससे जुड़े आयोजन होंगे। अब तक मुख्यमंत्री निवास में इससे जुड़े कार्यक्रम होते रहे हैं। शराबबंदी के मामले पर भारतीय जनता पार्टी हमेशा से महिलाओं के साथ खड़ी दिखी है। कांग्रेस ने पिछले चुनाव में इसे लागू करने का वादा तो किया मगर शराबबंदी की व्यवस्था प्रदेश में एक सियासी मुद्दा बन कर रह गई। महिला मोर्चा इस मामले को लेकर अपने शक्ति केंद्र और मंडल स्तर पर विरोध प्रदर्शन आयोजित करेंगी। मोहल्लों की उन महिलाओं को साथ लिया जाएगा जो अपने परिवार में शराब की लत से परेशान हैं। इस वर्ग के साथ भारतीय जनता पार्टी की महिलाएं अलग-अलग मोहल्लों में विरोध प्रदर्शन करेंगे, शराब दुकानों के बाहर हंगामा होगा। महिला मोर्चा पूरे प्रदेश में झूठ का घड़ा फोड़ने की तैयारी में भी है। महिला मोर्चा की नेताओं ने तय किया है कि कांग्रेस ने जो वादे किए वह पूरे नहीं हो सके झूठ का घड़ा भर चुका है। इसलिए सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करते हुए घड़े और मटकीया लेकर महिलाएं सड़क पर उतरेंगी अलग-अलग जिलों में कांग्रेस नेताओं के घरों के बाहर इन मटको को फोड़कर विरोध प्रदर्शन जताया जाएगा। कुल मिलाकर इन नए अभियानों के जरिए प्रदेश के 90 विधानसभा सीटों में महिलाओं को साधने का प्रयास भारतीय जनता पार्टी करेगी। छत्तीसगढ़ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में महिला वोटर्स की संख्या बढ़ी है । 5 जनवरी तक की स्थिति में प्रदेश में 1000 पुरुष मतदाताओं के पीछे 1000 महिला मतदाता थीं। अब वर्तमान में 1000 पुरुषों के पीछे 1003 महिला मतदाताओं की संख्या दर्ज की गई है। प्रदेश के 90 विधानसभा क्षेत्रों में वर्तमान में 1 करोड 96 लाख 40 हजार 430 मतदाता हैं। 5 जनवरी तक ये संख्या 1 करोड़ 94 लाख 54 हजार 9 थीं। प्रदेश में कुल 1 लाख 47 हजार 364 दिव्यांग वोटर्स हैं। महिला वोटर्स की संख्या 98 लाख 32 हजार 757 और पुरुष वोटर्स की संख्या 98 लाख 6 हजार 906 है। प्रदेश मे 18 से 19 साल के 4 लाख 25 हजार 698 और 80 साल से अधिक उम्र के 2 लाख 2 हजार 740 वोटर्स हैं।
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