कांकेर । नई रणनीति के तहत घेराबंदी में मारे गए 29 नक्सली। नक्सलियो को चारों तरफ से घेरकर उन्हें आगे ही नही बढ़ने दिया। और एक तरफ से आई सर्चिंग टीम ने नक्सलियो का काम तमाम कर दिया। bsf के डीआईजी ने कहा खड़ी पहाड़ियों से किया हमला। हमले का तरीका बदला। 17 ऑटोमैटिक वेपन्स जब्त हुए। छत्तीसगढ़ के इतिहास में अब तक सबसे ज्यादा नक्सली मारे गए।
आलोक सिंह, डीआईजी बीएसएफ ने कहा कि बीएसएफ का ये काफी बड़ा इटिलिजेंस बेस ऑपरेशन था। हम 2 दिन से इस ऑपरेशन पर हमारी और डीआरजी की टीम कोटरी के ईस्टर्न साइड के इलाके में ऑपरेशन पर लगे हुए थे। नक्सलियो का यर अबूझमाड़ का इलाका उनका हब माना जाता है हमारी कमांडो और डीआरजी की टीम काफी दिनों से यह प्रैक्टिस कर रही थी। हमने हमारी ऑपरेशनल स्ट्रेटजी पर्टिकुलर ऑपरेशन के लिए बदली हमने हॉट परसयूट और ड्राइव फ़ॉर हंट का एक मिला जुला ऑपरेशन लिया।
फोर्स डिफेक्शन और मोबिलीजेशन की डिफरेंट डायरेक्शन की तकनीक अपनाई और हमे नक्सलियो को सप्राइज करना था हमने उन्हें सप्राइज किया और सफलता पाई। यहाँ की जो पहाड़िया वो काफी खड़ी है और यहाँ ऑपरेशन करना बेहद चैलेंजिंग है। नक्सली सोच भी नही सकते थे कि हम इस पूर्वी इलाके से उन पर कभी हमला कर सकते है हमने हमला किया जिसमें नक्सलियो को भारी नुकसान उठाना पड़ा 29 नक्सली मारे गए। 19 ऑटोमैटिक वेपन्स मिले है। कई नक्सली घायल हुए है। हम जल्द घायल नक्सलियो पर एक बड़ा ऑपरेशन प्लान करेंगे। आपको जल्द खबर मिलेंगी।
25 लाख का ईनामी कमांडर भी मारा गया
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