डिस्ट्रिक्ट साउंड एवं लाइट एसोसिएशन के पदाधिकारियों और इससे जुड़े कारोबारियों ने अपने व्यवसाय को बाधित किये जाने पर सवाल खड़े किये और पुनर्विचार करने की मांग कर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। किसी तरह की सुनवाई न होने पर एसोसिएशन ने आज शनिवार को सुबह 11 बजे से अपने परिजनों के साथ कलेक्टोरेट के मुख्य द्वार के सामने एकत्र होकर प्रदर्शन शुरू किया। डीजे संचालक अपने पूरे साउंड सिस्टम को लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे थे और सड़क किनारे खड़ा किया था। कलेक्टोरेट मार्ग से आने-जाने वालों को रोका जाता रहा। एसोसिएशन ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर सवाल उठाते हुए यह भी कहा कि देश में जहां चुनाव हो रहे हैं, आखिर वहां कोरोना क्यों नहीं हो रहा? सबकी दुकानदारी चल रही है सिर्फ डीजे, साउंड, लाइट, केटरिंग, बलून, गायक व वादन कलाकारों की रोजी-रोटी इस बार भी प्रभावित हुई है। पिछले साल भी कारोबार बंद रहा लेकिन इस साल कोरोना के हालात सामान्य होने पर आयोजनों के लिए एडवांस में रकम ले ली गई है जिसे वापस करने की नौबत है। आलम यह है कि जिन लोगों ने बजाज फायनेंस या अन्य तरीके से कर्ज लेकर जरूरत के सामानों को खरीदा है, उसका किश्त भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। कर्ज देनेे वालों के द्वारा वसूली के लिए तरह-तरह की धमकी और अपशब्दों का प्रयोग भी किया जाता है। जिला प्रशासन ऐसी व्यवस्था बनाए कि हमारी भी रोजी-रोटी चलती रहे अन्यथा भूखों मरने की नौबत आ जाएगी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने साउंड बॉक्स को भी आग लगाया। मौके पर समझाइश देने के लिए प्रशासन की ओर से तहसीलदार को भेजा गया था लेकिन कलेक्टर से चर्चा कराने पर अड़े रहे। शाम करीब 4 बजे संदेश भेजा गया कि सोमवार को कलेक्टर ने वार्ता के लिए एसोसिएशन को बुलाया। इस आश्वासन पर प्रदर्शनकारी माने और प्रदर्शन खत्म किया।
0 एसपी की गाड़ी को भी रोका
प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा का भी वाहन कलेक्टोरेट मार्ग से होकर एसपी कार्यालय जाने के लिए निकला था जिसे भी प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए रोका और आगे बढ़ने नहीं दिया। हालात को देखते हुए पुलिस अधीक्षक की गाड़ी का रास्ता बदला गया।
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