पोड़ी उपरोड़ा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत कारीमाटी शौचालयों के निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार*

 

ग्राम पंचायत कारीमाटी गांववालों का आरोप- ‘खुले में शौच से मुक्ति अभियान’ चढ़ा भ्रष्‍टाचार की भेंट………

 

जन जन की आवाज छत्तीसगढ़ कोरबा पोड़ीउपरोडा

 

पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के ग्राम पंचायत कारीमाटी में पंचायत सचिव , सरपंच , रोजगार सहायक व जनपद अधिकारियों पर भ्रष्‍टाचार व मिलीभगत का लगा आरोप

पसान : संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के तहत बनाये गए शौचालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गये है। ठेकेदारों द्वारा शौचालय का आधा अधूरा निर्माण छोड़कर धन ले फरार हो गए है। शौचालय का निर्माण न होने से ग्रामीण आज भी स्वच्छता कार्यक्रम से जुड़ नहीं सके है और खुले में शौच करने को मजबूर है।

पोड़ी उपरोड़ा विकास खंड के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ओडीएफ घोषित किया जा चुका है। जिला पंचायत राज विभाग द्वारा सौ फीसद शौचालय निर्माण और उपयोग का दावा किया जा रहा है, लेकिन हकीकत इससे अगल है।

पोड़ी उपरोड़ा जनपद पंचायत में भ्रष्टाचार रुकने का नाम नही ले रहा …शासन की योजनाओं से वंचित रखते हुए आदिवासी क्षेत्रों में गरीब किसानो का लगातार शोषण किया जा रहा…

दरअसल हम बात कर रहे जनपद पंचायत पोड़ी उपरोड़ा के ग्राम पंचायत कारीमाटी का जहाँ सचिव व रोजगार सहायक द्वारा शौचालय निर्माण में भारी भ्रष्टाचार कर लाखो रुपए से अधिक राशि का गोलमाल किया गया है । भ्रष्टाचार का आलम यह है कि 100 से अधिक शौचालयो का निर्माण किये बिना स्वच्छ भारत मिशन के तहत

कारीमाटी ग्राम पंचायत ओडीएफ घोषित किया जा चुका है।शौचालय निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया गया । शौचालय का निर्माण न होने से ग्रामीण आज भी स्वच्छता कार्यक्रम से जुड़ नहीं सके है और खुले में शौच करने को मजबूर है । गाव में बनाये गए शौचालय बद से बदतर दशा में पहुंच गये है..

कारीमाटी ग्राम पंचायत में शौचालय निर्माण में सबसे बड़ी अनियमितता की गई है। ठेकेदारी से प्रथा से शौचालय बनवाये गये जिसमें जमकर भ्रष्टाचार किया गया। शौचालय पर सीट तक नहीं लगाई गई। गाव में बनाये गए शौचालय बद से बदतर दशा में पहुंच गये है, जिसके कारण वह निष्प्रयोज्य साबित हो गये है। गाव की आधी आबादी अव्यवस्था के कारण खुले में शौच जाने को मजबूर है।

ग्रामीणों की भी सुनिए

ग्राम निवासीयो ने बताया कि शौचालय योजना का लाभ नहीं मिला है। ठेकेदारी से आधा अधूरा शौचालय बनवाया गया है, जो आधा अधूरा है। शौचालय की सीट तक नहीं लगाई। गाव की आदिवासि महिलाओं ने बताया कि शौचालय का निर्माण आज तक नही कराया गया है सरपंच व सचिव द्वारा सौचालय की राशि का गबन किया गया हैं..