Roti Making Academy: आप सबके घरों में रोजाना भोजन के लिए रोटियां (Roti) बनती होंगी. आप इसे रुटीन काम मानते होंगे और इस काम में ज्यादा दिलचस्पी नहीं लेते होंगे. लेकिन अगर आपको ऑफर मिले कि रोटियां बनाने के लिए आपको हर महीने 1 लाख रुपये की सैलरी मिलेगी, क्या तब भी आपका रवैया रहेगा. बिल्कुल नहीं.
रोटी बनाने की अकादमी खोलने का प्रस्ताव
मलेशिया (Malaysia) में ऐसा ही एक अनोखा प्रस्ताव सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है. नेटवर्क 18 की रिपोर्ट के मुताबिक मलोशिया में नेगेरे स्टेट ने रोटी बनाने की अकादमी (Roti Making Academy) खोलने के लिए प्रस्ताव भेजा है. इस प्रस्ताव को तैयार करने में अपना रेस्त्रां चलाने वाले कमरुल रिजाल की बड़ी भूमिका बताई जा रही है.
मलेशिया में बढ़ी रोटियों की डिमांड
कमरुल के मुताबिक़, मलेशिया (Malaysia) में चावल के साथ रोटियों की भी जबरदस्त डिमांड है. लेकिन जरूरत के हिसाब से रोटी तैयार करने वाले लोग नहीं मिल पा रहे हैं. इसके चलते वहां पर रोटी बनाने वाली मौज आ गई है. उन्हें रोटी बनाने के लिए रोजाना करीब 3 हजार रुपये यानी महीने की करीब 90 हजार रुपये सैलरी देनी पड़ रही है.
ढूंढे नहीं मिल रहे रोटी बनाने वाले
रेस्त्रां मालिक के मुताबिक, वे खुद अपने रेस्टोरेंट में रोटियां (Roti) बनाने का काम करते हैं. वीक डेज में वे एक दिन में करीब 500 रोटियां तक बनाकर बेच देते हैं. जबकि वीकेंड में वे 700-800 रोटी तक बेचते हैं. अकेले रोटी बेचने से उनकी कमाई हजारों रुपये में हो जाती है. देश में रोटी के प्रति बढ़ते क्रेज की वजह से मलेशिया में अब रोटी बनाने वालों की डिमांड काफी बढ़ गई है.
रोटी मेकिंग अकादमी बनाने की मांग
कमरुल रिजाल के अनुसार, अगर देश में अब अगर इस तरह की कोई अकादमी खोली जाएगी, तो वो लोगों के भविष्य के लिए काफी फायदेमंद होगी. ऐसा इसलिए कि इसमें आगे काफी स्कोप है. अगर लोग सही तरीके से रोटी (Roti) बनाना सीख लेंगे तो वे एक लाख रुपये महीने तक की कमाई कर सकेंगे.
सोशल मीडिया पर आ रहे रिएक्शन
कमरुल के इस प्रस्ताव पर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट आ रहे हैं. एक यूजर ने कहा कि कैसा वाहियात आइडिया है. अगर इस प्रपोजल को मंजूरी दी गई तो देश गर्त में चला जाएगा. वहीं दूसरे यूजर ने कहा कि आजकल टूरिज्म और फूड सेक्टर में काफी ग्रोथ हो रही है. ऐसे में बिजनेस ग्रोथ को आगे बढ़ाने के लिए यह एक दिलचस्प प्रस्ताव है और इस पर आगे बढ़ा जाना चाहिए.
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