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NTPC से प्रभावित भू-विस्थापितों ने रेल लाइन को किया 8 घंटे बाधित ऊर्जाधानी भूविस्थापित संगठन ने प्रभावित भू-विस्थापितों का किया समर्थन, भू-विस्थापितों ने कहा 2 दिनों के भीतर रोजगार मुआवजा का समाधान नहीं हुआ तो होगा उग्र आंदोलन

छ,ग कोरबा रेंकी/हरदीबाजार:- एसईसीएल की दीपका रेलवे साइडिंग से रेक लोडिंग एनटीपीसी सीपत के लिए जाने वाली कोयला लदान को लगभग 8 घंटे तक एनटीपीसी प्रभावित भूविस्थापितों ने बंद कर रोक दिया गया

प्रदर्शन के दौरान एनटीपीसी से प्रभावित भू-विस्थापितों ने लगभग 70 प्रभावित भू-विस्थापित किसानों की रोजगार मुआवजा और अन्य मांगों को लेकर रेंकी के रेलवे फाटक पर सुबह 9 बजे से ही काफी संख्या में इकट्ठे होकर अपनी मांगो को लेकर शाम 5 बजे तक रेलवे फाटक पर बैठकर लगभग 8 घंटे धरना प्रदर्शन करते रहे ।

उनका कहना था कि पूर्व में प्रभावित भू-विस्थापितों के रोजगार, मुआवजा और अन्य मांगों को लेकर एनटीपीसी कोयला लादे जाने वाली मालवाहक को बंद किया गया था और एनटीपीसी रेलवे अधिकारियों, एसईसीएल प्रबंधन साथ में प्रशासनिक अधिकारी के समक्ष सहमति से रोजगार और मुआवजा तथा अन्य मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन आज पर्यंत तक नहीं पूरा किया गया जिसको लेकर आज फिर से प्रभावित भू-विस्थापितों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया ।

और एनटीपीसी के अधिकारियों ने धरना प्रदर्शन स्थल पहुंचकर लिखित में दो दिवस के भीतर ग्राम पंचायत रेकी के पंचायत भवन में अधिकारियों के समक्ष शेष बचे भू-विस्थापितों की रोजगार को सहमति बनाकर जल्द रोजगार का प्रबंध किया जाएगा ऐसा एनटीपीसी के अधिकारियों का कहना था साथ ही में एनटीपीसी के भू-विस्थापित किसानों ने साफ लफ्जो में कहां कि दो दिवस के भीतर में ठोस निर्णय एनटीपीसी रेलवे प्रबंधन नहीं करती है तो मजबूरनवश उग्र आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा जिसकी सारी जिम्मेदारी एनटीपीसी रेलवे प्रबंधन की होगी
वही ऊर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति के सदस्यगण मनीराम भारती अनसुईया राठौर ललित महिलांगे आंदोलन स्थल पहुंचकर आंदोलन को समर्थन करते हुए कहा कि प्रभावित भू-विस्थापित किसानों की मांगे जायज है और उनका अधिकार को एनटीपीसी रेलवे प्रबंधन को देना ही होगा पूर्व में एनटीपीसी रेलवे के मालवाहक को बांधित किया गया था और एनटीपीसी रेलवे प्रबंधन एसईसीएल दीपका प्रबंधन तथा प्रशासनिक अधिकारी के समक्ष प्रभावित भू-विस्थापित किसानों को आश्वस्त करते हुए मांगों को 15 दिवस के भीतर पूरा कर लिया जाएगा लेकिन एनटीपीसी रेलवे प्रबंधन की वादाखिलाफी के खिलाफ प्रभावित भू-विस्थापित किसान मजबूर होकर आज फिर से एनटीपीसी सीपत के लिए जाने वाली कोयला लदान को पूरी तरह ठप्प कर दिया गया उन्होंने कहा कि मांगों को दो दिवस के भीतर में ठोस निर्णय लेकर रोजगार की प्रबंध एनटीपीसी रेलवे प्रबंधन नहीं करती है तो ऐसी स्थिति में ऊर्जाधानी भू-विस्थापित संगठन प्रभावितों के साथ कदम से कदम मिलाकर उनके आंदोलन को सफल बनाएगी ।

विनोद जायसवाल
विनोद जायसवाल
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