कच्छ। Gujarat cyclone चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के गुरुवार शाम को गुजरात में कच्छ के तट से टकराया। इस दौरान 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। रात में इसने राजस्थान के बाड़मेर में आसमान से टकराकर एंट्री ली। तूफान के कारण महेसाणा, दाहोद, खंभात और भावनगर में 5 लोगों की मौत हुई। आधी रात तक इसके लैंडफॉल की प्रोसेस पूरी हुई। IMD के अनुसार तूफान के लैंडफॉल की प्रक्रिया शाम साढ़े 6 बजे शुरू हुई थी, जो कि आधी रात तक चली। इसके चलते गुजरात के अधिकांश स्थानों पर रुक-रुक कर बारिश हुई।
Gujarat cyclone मौसम विभाग ने तूफान के चलते सौराष्ट्र, द्वारका और कच्छ के समुद्री तट के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। गुजरात के 7 जिलों और 450 से अधिक गांवों में अलर्ट किया गया। वहीं पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री से फोन पर तूफान के हालात की जानकारी ली। इस दौरान पीएम मोदी ने तूफान से हुए नुकसान और एशियाटिक शेरों के बारे में भी जानकारी ली।
मोरबी के मलिया तहसील के 45 गांवों में बिजली गुल
गुजरात के तट से बिपरजॉय टकराने के बाद तेज हवाओं से बिजली के तार और खंभे टूट गए, जिससे मलिया तहसील के 45 गांवों में बिजली गुल हो गई। 11 गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है। तटीय ग्रामीण और रेगिस्तानी इलाकों में 300 से ज्यादा बिजली के खंभे टूट गए हैं। पीजीवीसीएल शेष ग्रामीण क्षेत्रों में जल्द से जल्द बिजली बहाल करने के लिए काम कर रही है।
पिता-पुत्र और उनके 23 पशुओं की मौत
तूफान की वजह से गुजरात के भावनगर में पिता पुत्र की मौत हुई। वहीं अचानक पानी आने से बकरियों का झुंड गड्ढे में फंस गया। उन्हें बचाने गए 55 साल के रामजी परमार और उनका बेटा राकेश परमार (22) खंती में गए, लेकिन तेज बहाव में बह गए। इसी हादसे में 22 बकरियों और एक भेड़ की भी मौत हो गई।
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