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भ्रष्टाचार का देने प्रमाण , रात तक जिला पंचायत में पंचायत प्रतिनिधियों ग्रामीणों का चला का बयान ,ग्राम पंचायत रजगामार का मामला ,सरपंच सचिव पर लाखों रुपए के शासकीय राशि के गबन का लगा है आरोप

 

कोरबा । जनपद पंचायत कोरबा के अंतर्गत ग्राम पंचायत रजगामार के सरपंच एवं सचिव के द्वारा व्यापक भ्रष्टाचार की शिकायत के संबंध में ग्रामीणों को जिला पंचायत में आकर बयान दर्ज कराना पड़ा । गुरुवार को दोपहर लगभग 2 बजे से जिला पंचायत सीईओ नूतन कंवर एवं उपसंचालक जूली तिर्की के द्वारा इनका बयान लेना शुरू किया गया जो रात 10 बजे भी जारी रहा।बयान के आधार प्रकरण में क्या कार्रवाई हुई इसका खुलासा शुक्रवार देर शाम होने के आसार हैं।

शिकायत पर बयान दर्ज कराने के लिए दोनों पक्ष से ग्रामीणों का हुजूम जिला पंचायत में उमड़ा रहा। वर्तमान सरपंच श्रीमती रमूला राठिया, पूर्व सरपंच बृजकुंवर राठिया पूर्व सचिव कौशल सोनवानी, नीतू गुप्ता सहित वर्तमान उप सरपंच जितेंद्र राठौर, सभी 20 वार्ड के 20 पंच एवं करीब 50 की संख्या में ग्रामवासी यहां बयान दर्ज कराने जिला पंचायत में पहुंचे हैं। वर्तमान सचिव इस पूरे घटनाक्रम के दौरान गायब रहे। सरकारी धन का दुरुपयोग ,1 दिन में 25 लाख रुपए आहरण करने, मृत हितग्राहियों का पेंशन डकारने, वन पट्टा के आवेदनों को लंबित रखने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। संभवतः यह पहली बार हो रहा है कि भ्रष्टाचार की शिकायत पर इतनी रात तक लोगों के बयान कलमबद्ध किए जा रहे हैं। राजगामार पंचायत में भ्रष्टाचार को लेकर शिकायतों का सिलसिला पहली बार नहीं रहा बल्कि आधा दर्जन बार पहले भी शिकायत हो चुकी थी।

 

वर्तमान विधायक ननकीराम कंवर के द्वारा भी कई बार शिकायत की जा चुकी थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। इस बार कलेक्टर संजीव झा के निर्देश पर शिकायतों की जांच का पुलिंदा खुला है तो मैराथन बयान दर्ज किया जा रहा है। अब शिकायत की जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि किसने कितना भ्रष्टाचार किया और शिकायत किस हद तक सही है। सांसद प्रतिनिधि संतोष मिश्रा भी मूलभूत मद की राशि में गड़बड़ी का आरोप पूर्व सचिव पर लगा चुके हैं।

ये है मामला

बता दें कि पंचायत रजगामार के उपसरपंच सहित 10 पंचों ने सरपंच रामूला राठिया, सरपंच पति सुखराम राठिया व सचिव ईश्वर धिरहे के विरुद्ध आरोप लगाकर शिकायत किया है कि इन्होंने ग्राम पंचायत में 15वें वित्त के तहत बिना प्रशासकीय व तकनीकी स्वीकृति के 54 बोर की खुदाई करवाया है। इसके स्थान पर सरपंच व सचिव ने मिलकर 74 बोर खनन कराना बताकर 96 लाख 20 हजार रुपए आहरण कर लिया है जबकि 54 बोर के खुदाई की लागत 70 लाख 20 हजार रुपए आंकी गई है। 26 लाख रुपए गबन करने के अलावा मूलभूत पेंशन, वन अधिकार पट्टा व अन्य मद की राशि गबन करने का भी आरोप है।

उपसरपंच पर लगा है 40 लाख रुपए के गबन का आरोप

सरपंच ने उपसरपंच जितेंद्र राठौर पर आर्थिक गड़बड़ी करने का आरोप लगाया गया है। सरपंच श्रीमती राठिया ने बताया कि 28 जनवरी 2020 को पंचायत चुनाव हुआ था लेकिन चुनाव के 1 दिन पहले 27 जनवरी को पंचायत चुनाव आचार संहिता के दरम्यिान उपसरपंच जितेंद्र राठौर के द्वारा पूर्व सरपंच व सचिव कौशल सोनवानी के डीएससी का गलत उपयोग कर राशि आहरित कर गबन कर लिया और शासकीय राशि अपने व पूर्व सरपंच के चुनाव में खर्च किया गया। उपसरपंच पर आरोप है कि नई सरपंच बनने के बाद भी पुरानी सरपंच श्रीमती बृजकुंवर राठिया के हस्ताक्षरयुक्त डीएससी से 14वें वित्त की राशि करीब 40 लाख रुपए आहरित कर गबन किया है। सरपंच द्वारा पूर्व में भी जिला पंचायत सीईओ से शिकायत किया गया लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।

कमीशनखोरी नहीं करने देने पर धमकी

आरोप है कि उपसरपंच जितेंद्र राठौर एवं उनके कुछ पंच जो अपने वार्ड का विकास तो कराते नहीं हैं और बिना विकास कराए कमीशनखोरी करना चाहते हैं। बिना कार्य के किसी को भी सरपंच भुगतान नहीं करती और ना ही करने दूंगी, कहने पर डराने-धमकाने की कोशिश की जा रही है। इस संंबंध में क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर और कलेक्टर को शिकायत पत्र देते हुए जांच की मांग की गई है। कलेक्टर ने शिकायत पर जांच कराने का आश्वासन दिया था।

विनोद जायसवाल
विनोद जायसवाल
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