शहडोल में भाई दूज पर परंपरागत पूजा अर्चना के साथ शुरू हुआ पर्व

शहडोल, Bhai Dooj 2020। पांच दिवसीय दीपावली का पर्व सोमवार को भाई दूज के त्योहार से समापन हो रहा है। सोमवार को सुबह 7 बजे से पूजा अर्चना का मुहूर्त था, महिलाओं ने सुबह उठकर स्नान कर गोबर से बने गोवर्धन की पूजा करते हुए यम देवता को प्रसन्न करने के लिए पूजा अर्चना की। भाई दूज को यम द्वितीया भी कहा जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन बहनें अपने भाई की मंगल कामना के लिए पूजा-अर्चना करती हैं और इसके बाद भाई के माथे पर मंगल टीका लगाती हैं। शहडोल में इस पर्व की शुरुआत हो चुकी है।

महिलाएं अपने घरों पर पूजा अर्चना कर रही हैं और इसके बाद भाई दूज का यह त्योहार शुरू हो जाएगा। इस त्योहार में बहन के घर भाई टीका लगवाने जाते हैं बहन भाई के माथे पर मंगल तिलक लगाकर उसकी लंबी आयु की कामना करती है भाई भी बहन को इस दौरान उपहार स्वरूप कुछ ना कुछ देता है। शहडोल जिले के ग्रामीण अंचलों में भी भाई दूज का पर्व मनाया जा रहा है। कोयलांचल क्षेत्र सहित सभी जगह इसकी शुरुआत हो चुकी है गोशालाओं में भी इस त्यौहार का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है।

शाम को की जाएगी चित्रगुप्त पूजा

शहडोल में बूढ़ी माता मंदिर परिसर के पास स्थित चित्रगुप्त मंदिर में शाम 4 बजे कलम दवात की पूजा की जाएगी और भगवान चित्रगुप्त का आह्वान किया जाएगा। इस कार्यक्रम को कायस्थ समाज के लोग आयोजित करते हैं जिसमें सभी वर्गों के लोग भी शामिल होते हैं। इस संबंध में कार्यक्रम के आयोजन समिति के सदस्य आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया है कि शाम को 4 बजे विधि विधान से पूजा अर्चना का कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें समाज के लोग एकत्र होंगे। उन्होंने बताया कि वर्ष में एक बार इस तरह का आयोजन होता है जिसमें सभी लोग शामिल होते हैं