चाणक्य नीति: भूल से भी पैर नहीं लगना चाहिए इन 7 को, वरना हो सकता है भारी नुकसान और नष्ट हो जाता है जीवन

भारतीय चाहें अर्थशास्त्र हों या फिर गणित हो या मेडिकल साइंस हर क्षेत्र मे अपना परचम बुलंद कर चुके है. भारत में अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र के क्षेत्र में चाणक्य के योगदान को बहुत अहम माना जाता है. पुराने जमाने में कई राजा महराजा अपने-अपने दौर में चाणक्य नीति से राज्य पाठ को चलाया करते थे. इन नीतियों के बल पर ही चाणक्य ने चंद्रगुप्त मौर्य सम्राट बनने में मदद की थी. चाणक्य की नीति जीवन को सरल और आसान बनाता है और जीवन जीने का सही तरीके से बताता है. चाणक्य नीति के अनुसार इंसान को गलती से भी इन चीजों को कभी भी पैर नहीं लगाना चाहिए. अगर आप गलती से इस चीजों को पैर लगा दें तो तुरंत माफी लें. ऐसा ना करने पर आप संकट में पड़ सकते है. आइए जानते है ऐसी चीजों के बारे में जिसे भूलकर भी पैर नहीं लगाना चाहिए-

1. अग्नि को ना लगाएं पैर

हिंदु धर्म में अग्नि को बहुत शुद्ध माना जाता है. चाणक्य के अनुसार अग्नि को देवता माना जाता है और उसको देवता तुल्य माना जाता है. कुछ भी शुभ कार्य करते समय अग्नि को साक्षी मानकर वचन लिया जाता है. अगर गलती से भी अग्नि में पैर लग जाए तो छूकर माफी मांग लें.

2. कुंवारी कन्या को पैर ना लगाएं

चाणक्य नीति के अनुसार इंसान को कुंवारी कन्या को भूलकर भी पैर नहीं लगाना चाहिए. कुंवारी कन्या को देवी के तुल्य समझा जाता है. इसलिए कन्या को अपना पैर कभी ना छूने दें और अगर गलती से पैर लग जाए तो तुरंत माफी मांग लें. ऐसा ना करने पर आप संकट में पड़ सकते है.

3. आध्यात्मिक गुरु को ना लगाएं

हिंदु धर्म के अनुसार गुरु को माता-पिता से भी बढ़कर माना गया है. गुरु का हमेशा सम्मान और आदर करना चाहिए और उनके पैर हमेशा छूने चाहिए. जो लोग गुरु का आदर नहीं करते और उनका अपमान करते है उनका सर्वनाश जाता है. गुरु को गलती से भी कभी पैर ना लगाए.

4. ब्राह्मण का करें आदर

हिंदु धर्म में ब्राम्हण का बहुत महत्व बताया गया है. समाज में ब्राम्हण का दर्जा बहुत ऊपर है और इसलिए ब्राम्हणों को कभी भी पैर नहीं सगाना चाहिए. अगर आपसे गसती से पैर लग गए हो तो तुरंत माफी मांग लें.

5. बड़े बुजुर्ग का करें सम्मान

घर के बड़े-बुजुर्गों का हमेशा सम्मान करना चाहिए. बुजुर्गों का हमेशा सम्मान करना चाहिए और उन्हें गलती से भी पैर ना लगाएं. जिस घर में बड़ो का आदर नहीं होता उस घर में सुख समृद्धि नहीं होती है.

6. शिशु को कभी पैर ना लगाएं

चाणक्य की नीतिशास्त्र के अनुसार हिंदु घर्म के अनुसार शिशु को भगवान का रूप माना जाता है. बच्चों का पैर छुना चाहिए और अपना पैर कभी ना लगने दें.

7. गाय को कभी पैर ना लगाएं

हिंदु धर्म में गाय को माता का रूप माना गया है. गाय के दूध को बहुत शुद्ध माना गया है. गाय के गोबर के उपले बनाकर इसे खाना बनाने में उपयोग किया गया जाता है. गाय को कभी भी पैर नहीं लगाना चाहिए. अगर गलती से पैर लग जाए तुरंत माफी मांग लें.