‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म की चर्चा सियासी गलियारों में भी खूब हो रही है। फिल्म देखने के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि भाजपा के सहयोग से चलने वाली केंद्र सरकार ने उस वक्त नरसंहार को रोकने की कोशिश नहीं की थी। सीएम बघेल ने अपने सभी विधायकों को भी फिल्म देखने के लिए आमंत्रित किया था।
बघेल ने कहा, ‘इस नरसंहार में न केवल हिंदू बल्कि वे सभी लोग मारे गए थे जो कि भारत के साथ खड़े थे। इनमें सिख, मुस्लिम, बौद्ध और अन्य वर्ग के लोग भी शामिल थे।’ बघेल उन कांग्रेसी नेताओं में से हैं जिन्होंने कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर आधारित फिल्म देखी।
बघेल ने कहा, फिल्म में दिखाया गया है कि भाजपा के सहयोग से चलने वाली वाली सरकार ने कश्मीरी पंडितों को रोकने का प्रयास नहीं किया। बल्कि उनसे भाग जाने को कहा गया। वहां कोई सेना नहीं भेजी गई। जब लोकसभा में राजीव गांधी ने घेरा तो वहां सेना भेजी गई। उन्होंने कहा कि फिल्म में आधा सच दिखाया गया है। केवल समस्या दिखायी गई है, उसका समाधान नहीं बताया गया।
उन्होंने कहा, फिल्म आधी अधूरी है, कोई समाधान नहीं बताया गया। जिस फिल्म में कोई संदेश नहीं दिखाया गया, केवल हिंसा दिखायी गई है। मैं नहीं समझता कि इसका कोई औचित्य है।
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