प्रिय पत्रकार साथियो । ये लड़ाई सिर्फ एक पुलिस अधीक्षक के हटाये जाने तक सीमित नही है आज अम्बिकापुर की बस बात नही पूरे प्रदेश में पत्रकारों का दमन किया जा रहा है जिसमे कोरिया,सरगुजा में अभी अभी बड़ी घटना घटी है जिसके चलते सभी ने निर्णय लिया कि अम्बिकापुर को केंद्रित किया जाए क्योंकि इस जगह से आवाज बुलन्द होंगी राजधानी हिलेगी ओर जब राजधानी हिलेगी तो हमारी बातें सुनी जाएगी ।
आज हम में उन सभी संगठनों को आमंत्रित करता हूं कि अब एकता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का समय आ चुका है ये लड़ाई इतनी आसान नही है पिछली सरकारों ने भी पत्रकारो का बहुत दमन किया है जिसका परिणाम उन्हें सत्ता से बाहर होना पड़ा आज फिर वही दमन नीति वर्तमान सरकार द्वारा की जा रही है सरकार के इशारे में प्रशासनिक अधिकारी पत्रकारों के द्वेषपूर्ण कार्यवाही कर रहे है जिसके लिए हमे एकता के साथ इसका विरोध करना है ।
अब वक्त आ चुका है इनका विरोध किया जाए आज कुछ पत्रकार साथियो के ऊपर कार्यवाही की गई कल आपके साथ भी ये करेंगे इसलिए 6 मई को अम्बिकापुर आंदोलन में अधिक से अधिक पत्रकार साथी अपनी उपस्थिति दर्ज कराए।
सामान्य पत्रकार गोविन्द शर्मा…
जन जन की आवाज़