जन-जन की आवाज से ऋषि पाल भदाना कि रिपोर्ट,,,,,
सोनीपत—— आज 1 अक्टूबर 2023 को गांव हसनपुर जिला सोनीपत हरियाणा में सुखदेव ढाबे के संस्थापक एवं समाज सेवक सरदार प्रकाश सिंह की 9 पुण्यतिथि के अवसर पर राष्ट्र भ्रातृ यज्ञ समारोह का आयोजन ढाबा एसोसिएशन प्रधान मनजीत एवं भूलन नंबरदार हसनपुर की अध्यक्षता में ग्राम वासियों के सहयोग से किया गया जिसमें कार्यक्रम संयोजक वैचारिक क्रांति के कवि एवं लेखक ऋषि पाल भदाना के साथ ढाबा एसोसिएशन प्रधान मनजीत सुखदेव ढाबा के संस्थापक के सरदार प्रकाश सिंह के पोते सरदार अर्जुन सिंह चौधरी सुखबीर सिंह चौधरी महा सिंह चौधरी कर्मवीर सिंह पूर्व सरपंच चांद श्री कृष्णा सहित गांव के सैकड़ो व्यक्तियों ने यज्ञ में आहुतियां डाली और पुष्प अर्पित कर सरदार प्रकाश सिंह के सामाजिक कार्यों को नमन किया इस अवसर पर बच्चों द्वारा देशभक्ति गीत भजन सांस्कृतिक प्रस्तुत किए गए जिसने दो अमर शहीद परिवार शाहिद 52 समाज सेवक एवं बच्चों को सम्मानित किया गया तथा इस अवसर पर लंगर का भी आयोजन किया गया कार्यक्रम अवसर पर ऋषि पाल भदाना ने कहा भारत की भूमि ऋषियों की भूमि है यहां संसार के कल्याण के लिए यज्ञ रोजाना होते रहते हैं क्योंकि यज्ञ से अपनी उन्नति के साथ समाज व राष्ट्र की उन्नति भी होती है इसी तरह समाज सेवक सरदार प्रकाश सिंह जन्म 10 फरवरी 1936 को गांव सुजोन नवा शहर पंजाब में पिता सरदार पाल सिंह व माता किशन देव की घर हुआ उन्होंने दसवीं पास गांव में ही पास की थी और वे 1956 में मुरथल मे आए जहां उन्होंने सुखदेव ढाबे की नींव रखी थी उन्होंने ढाबा चलाने के साथ-साथ मानवता की सेवा के कार्य करने शुरू कर दिए वे प्रातः काल उठकर स्नान करके ढाबे से से कम दो-तीन थैली पराठे बनाकर और चाय की टंकी भरकर साइकिल पर रखकर मुरथल से गन्नौर गन्नौर से बहालगढ़ सोनीपत व आसपास की कॉलोनी में जो भी भूखा व्यक्ति रास्ते में मिलता था उसे खाना खाना खिलाने जाने लगे जैसे-जैसे उनका कारोबार बढ़ता गया वैसे वैसे मानवता सेवा के कार्य भी बढ़ते चले गए और उनका आचरण साधु संतों की तरह बनने लगा इसी दौरान वे बाबा काली नाथ जी के संपर्क में आए और उनको आदर्श मानकर उनसे मिलकर मानवता सेवा के अनेकों कार्य और भी तेज कर दिए जिसमेंउन्होंने गरीब लाचार व अहसायो की सेवा साधु संतों की सेवा गरीब बेटियों की शादी की सेवा अनाथ आश्रमों में अन्न की सेवा जीव पक्षियों की सेवा गौ माता की सेवा में बीमार होने पर उनकी दवाइयां व चारे की सेवा अपने हाथों से करते करते- 1 अक्टूबर 2014 को अंतर्लीन हो कर यज्ञ करके चले गए जो हमारे बीच में न होते हुए भी समाज के दिलो में आज भी जिन्दा है ऋषि पाल भदाना ने स्व रचित देश भक्ति एवं सामाजिक कविताओं के माध्यम से उपस्थित जनों को भारतीय संस्कृति से रूबरू करवाया उसे बचाने की अपील करते हुए कहा न कुछ लेकर आया था न कुछ लेकर जाएगा यहीं पर सब कुछ रखा रह जाएगा जैसा कर्म वैसा फल अवश्य देगा भगवान तू क्या तेरी जमीर क्या ए इंसान अपने आप को पहचान यही है हमारी गीता का ज्ञान इस कार्यक्रम में गांव की तरफ से कार्यक्रम संयोजक एवं वैचारिक क्रांति के कवि लेखक ऋषिपाल ऋषि पाल गांव भदाना को चौधरी महा सिंह भूलन नंबरदार चौधरी सुखबीर सिंह चौधरी कर्मवीर सिंह जगदीश मास्टर ने गांव की तरफ से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया कार्यक्रम में कार्यक्रम में मंच का संचालन जगदीश शास्त्री जी ने किया सम्मानित बच्चों में तन्वी सिद्धि सनम चेतन साक्षी नीरू जीविका मोनिका नैंसी अंजलि जीविका कोमल प्रदीप रानी श्रीमती सुशीला श्रीमती शिक्षा श्रीमती राजबाला आंगनवाड़ी वर्कर सहित 52 समाज सेवकों एवं बच्चों को सम्मानित किया गया इस अवसर पहलवान मनोज सोनू ca सोनीपत झिलमिल ढाबा संचालक मनजीत सिंह अहूजा ढाबा से अशोक कुमार जी मास्टर दीपक जी चौधरी कर्मवीर जी चौधरी जिले सिंह श्री विनोद कुमार बैगा जी उपस्थित रहे,,,
जन जन की आवाज़