साइबर क्राइम के प्रति लोगों को हमेशा से सतर्क करता रहा है. जागरूकता के जरिए लोग साइबर क्राइम से बच सकते हैं. सोशल मीडिया के इस्तेमाल में प्राइवेसी के महत्व को समझाने के लिए हमने साइबर एक्सपर्ट मोनाली गुहा से बातचीत की है.
रायपुर/छ. ग. 24जून : अगर आप फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपके लिए प्राइवेसी का महत्व बढ़ जाता है. ऑनलाइन और इंटरनेट की दुनिया में साइबर अपराध के बचने के लिए प्राइवेसी एक बड़ा हथियार है. छत्तीसगढ़ में साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. बदलते युग के साथ साइबर क्राइम का रूप भी बदल रहा है. साइबर अपराधी अब नए-नए तरीकों से अपराध को अंजाम दे रहे हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से भी लगातार साइबर क्राइम को अंजाम दिया जा रहा है. साइबर क्राइम के प्रति लोगों को हमेशा से सतर्क करता रहा है. जागरूकता के जरिए लोग साइबर क्राइम से बच सकते हैं. सोशल मीडिया के इस्तेमाल में प्राइवेसी के महत्व को समझाने के लिए हमने साइबर एक्सपर्ट मोनाली गुहा से बातचीत की है.
सोशल मीडिया में प्राइवेसी क्यों है जरूरी?
साइबर एक्सपर्ट मोनाली गुहा ने बताया कि अगर आप प्राइवेसी सैटिंग्स रखते हैं तो आपका सोशल मीडिया अकाउंट छोटे-मोटे हैकर और साइबर क्रिमिनल से बचाया जा सकता है. लेकिन इसके बावजूद भी सावधानी बरतने की जरूरत है. क्योंकि अलग-अलग और हाईटेक तरीके से साइबर क्राइम को रोज अंजाम दिया जा रहा है. ऐसे में कम से कम प्राइवेसी सेटिंग को मजबूत रखने की जरूरत है.
अनजान लिंक पर न करें क्लिक
साइबर एक्सपर्ट मोनाली गुहा ने बताया कि एक बड़ी गलती जो आम तौर पर की जाती है, वो लिंक से जुड़ी हुई है. उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी मैसेज और ईमेल के जरिए लिंक भेजकर हैकिंग की कोशिश करते हैं. अनजान लिंक पर कभी भी क्लिक नहीं करना चाहिए. कोई डॉक्यूमेंट या कोई मैसेज को डाउनलोड करने और लिंक ओपन करने पर मेंलीशियस कंटेंट आने के चांस होते हैं. इससे आपका अकाउंट हैक किया जा सकता है. इसमें डिपेंड करता है कि वह लिंक किस तरह का है. ऐसे अनजान लिंक को सीधे डिलीट कर देना चाहिए.
प्राइवेट रखें सोशल मीडिया अकाउंट
प्राइवेसी काफी अहम हिस्सा होता है. अगर आप मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप में सोशल मीडिया चला रहे हैं तो अकाउंट प्राइवेट रखे. क्योंकि इन सब में लोग आसानी से आपका अकाउंट हैक कर सकते हैं या फिर आपके अकाउंट से फोटो वीडियो निकाल कर फर्जी अकाउंट क्रिएट कर सकते हैं. कई बार लोग ब्लैकमेलिंग के शिकार भी हो जाते हैं.
ध्यान रखें कि अगर आपको ऐसे लिंक भेजे जाते हैं तो आपके सामने लॉगइन ऑपशन होंगे. इस पर बिना ध्यान दिए आगे बढ़े. ऐसे लिंक पर क्लिक न करें. लिंक के जरिए लॉग इन विथ फेसबुक, लॉग इन विथ इंस्टाग्राम , लॉगइन विथ जीमेल न करें इससे आपका आईडी पासवर्ड चोरी हो सकता है.
साइबर फ्रॉड से कैसे बचें?
• अनजान लोगों पर आप भरोसा ना करें, अनजान लोग अगर आप को टेक्स्ट मैसेज या कोई लिंक भेजते हैं तो उसको क्लिक बिल्कुल ना करें.
• किसी अनजान के कहने पर वीडियो कॉल या ऑडियो कॉल अटेंड करने से बचें.
• किसी अनजान को अपना व्हाट्सएप नंबर देने से बचें.
• किसी अनजान को अपने लॉगइन आईडी पासवर्ड या आईडी देने से बचें.
• किसी अननोन या अनजान व्यक्ति को सोशल मीडिया पर दोस्त ना बनाएं.
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