सरकार ने जमीन से हवा में मार करने वाली स्वेदश निर्मित आकाश मिसाइल के निर्यात को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आज मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके साथ ही रक्षा निर्यात प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए एक समिति गठित करने का भी निर्णय लिया गया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका स्वागत करते हुए कहा है कि इससे देश को रक्षा निर्यात से आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत बड़ी तादाद में कई तरह के रक्षा उपकरण और मिसाइलें देश में बनाई जा रही हैं।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 96 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी तकनीक से निर्मित आकाश मिसाइल देश की रक्षा क्षमता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन द्वारा विकसित 25 किलोमीटर तक की मारक क्षमता वाली आकाश मिसाइल लडा़कू विमानों, क्रूज मिसाइलों और ड्रोन पर सटीक लक्ष्य साध सकती है।
रक्षामंत्री ने कहा कि सरकार ने उन्नत किस्म के रक्षा उपकरणों के निर्यात पर जोर देते हुए पांच अरब डॉलर के रक्षा निर्यात का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि सरकार मित्र देशों के साथ अपने सामरिक संबंध भी बेहतर बनाना चाहती है। श्री सिंह ने कहा कि आकाश मिसाइल के निर्यात को मंजूरी मिलने से कई अन्य रक्षा उपकरणों के निर्यात का रास्ता भी खुलेगा।
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