देवउठनी एकादशी के बाद पहला मुहूर्त 15 नवंबर को, इसी माह 6 दिन और होंगे विवाह, अब 150 लोगों को शादी में शामिल होने की अनुमति ..
भले ही अभी सितंबर है और शादी के मुहूर्त डेढ़ माह बाद शुरू होंगे लेकिन मैरिज हॉल, बैंड, घोड़ी वाले, टेंट, लाइट वाले और कैटरिंग के व्यवसाय से जुड़े लोगों की कान में अभी से शहनाई के स्वर गूंजने लगे हैं। वजह है रोजाना आ रही बुकिंग। नवंबर में 7 तो दिसंबर में 6 मुहूर्त हैं जिनमें खूब शादियां होने वाली है। यानी इनका व्यवसाय बहुत अच्छा होने वाला है। नवंबर-दिसंबर के लग्नों के लिए अभी से ही सभी मैरिज हॉल और होटल बुक होने लगे हैं। ज्यादातर मैरिज हॉल बुक हो चुके हैं।
ऐसी ही हालत बैंड, केटरिंग, लाइट वालों की भी है। यही वजह है कि इस व्यवसाय से जुड़े लोगों में भारी उत्साह है। वे कोरोना काल में चार सीजन में हुए नुकसान को भूलकर नए सीजन से पूरी उम्मीद लगाए बैठे हैं। उनका मानना है कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो वे अच्छा व्यवसाय करेंगे । 14 नवंबर को देवउठनी एकादशी है। माना जाता है कि इस दिन से भगवान विष्णु विश्राम काल पूरा करने के बाद क्षीर सागर से निकलकर सृष्टि का संचालन करते हैं। देवउठनी ग्यारस के ठीक एक दिन बाद यानी 15 नवंबर को माता तुलसी और सालिग्राम का विवाह हिंदू धर्म के हर घर में होगा। इसे देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है। यही वो दिन है जब से शुभ मुहूर्त की शुरूआत हो जाती है। इस तरह हिन्दू धर्म में विवाह का पहला मुहूर्त 15 नवंबर को है। नवंबर माह में कुल 7 शुभ मुहूर्त और दिसंबर 2021 में कुल 6 शुभ मुहूर्त पड़ रहे हैं। पिछले साल भी नवंबर में शादियां हुई थी लेकिन कोरोना का असर होने की वजह से मैरिज हॉल, बैंड बाजा, केटरिंग, लाइट वालों और इससे जुड़े अन्य व्यवासियों का व्यवसाय काफी प्रभावित हुआ था। इस बार मार्च में ही लॉकडाउन लग गया। यानी शादी के ठीक सीजन में सब कुछ बंद हो गया। जून-जुलाई में 7 मुहूर्त मिले छूट की वजह से शादियां हुई लेकिन 50 लोगों के ही शादी में शामिल होने की छूट के कारण व्यावसायिक दृष्टि से ज्यादा फायदा नहीं हुआ।
मैरिज हाल: मनपसंद जगह नहीं मिल रही
एआईटीडीडब्ल्यूओ के संरक्षक अमरजीत सिंह दुआ बताते हैं कि नवंबर, दिसंबर के अलावा फरवरी 2022 में शादी के लिए लोगों को मनपसंद जगह नहीं मिल रही है। उसकी वजह ये है कि ज्यादातर बड़ी व जानी-मानी जगह बुक हो चुकी हैं। हालांकि मध्यम व छोटे शादी घर 2022 की शादियों के लिए खाली हैं लेकिन यहां भी रोज बुकिंग आ रही है।
बैंडबाजा, डिस्को लाइट: पितर पक्ष के बाद बढ़ेगी बुकिंग
बैंड एवं डिस्को लाइट व्यापारी संघ के अध्यक्ष नासिर खान ने बताया कि कोरोना और लॉकडाउन के चलते पूरा धंधा चौपट हो गया है। लेकिन इन दिनों बुकिंग हो रही है। नवंबर-दिसंबर में शादियों का अच्छा सीजन रहने वाला है। पितर के बाद बुकिंग और बढ़ेगी। अभी 10 से 15 लोगों का ही दल रख रहे हैं और 100 से 200 मीटर की बारात निकालने की बुकिंग ले रहे हैं।
लाइट: 40 फीसदी तक नुकसान की भरपाई होगी
शहर में 10 बैंड, 5 पंजाबी ढोल, 5 घोड़ी बग्घी वाले तो 15 लाइट वाले हैं। लाइट का काम करने वाले भूट्टोराज का कहना है कि इस बार सभी का अच्छा व्यवसाय रहने वाला है। सभी लाइट वालों को अच्छी बुकिंग मिल रही है। अभी तक कोई समस्या नहीं है। यदि सब ठीक रहा तो 40 फीसदी तक नुकसान की भरपाई हो जाएगी। इस बात की पूरी उम्मीद है।
केटरिंग: 150 की संख्या कम: केटरिंग के व्यवसाय से जुड़े प्रतीत सिंह का कहना है कि अभी बुकिंग हो रही है। लेकिन 150 लोगों की छूट केटरिंग व्यवसाय के लिए कम है। 400-500 लोगों का आर्डर होने पर फायदा होता है। 150 लोगों का खाना देने में भी उतना ही स्टाफ लगता है जितना 400-500 में। 150 की संख्या में कुछ सेविंग नहीं हो सकती।
जानिए कब-कब है शादियों के मुहूर्त
नवंबर 2021 – 15, 16, 20, 21, 28, 29 और 30 दिसंबर 2021 – 1, 2, 6, 7, 11 और 13 जनवरी2022-21, 22,
23 फरवरी 2022-5, 6, 10, 16, 18, 22
मार्च2020 – 1 (महाशिवरात्रि)
अप्रैल2020-15, 19, 20, 21, 22, 23, 27
लॉकडाउन के बाद 50 की छूट मिली थी
लॉकडाउन जून में हटा । मैरिज हॉल को छूट देने के साथ ही 50 लोगों के शादी में शामिल होने की छूट प्रशासन ने दी। 17 जून को बैंड वालों को 11 की संख्या में बैंड बजाने की रियायत दी गई। कोरोना गाइड लाइन का पालन करने कहा गया। हालांकि व्यावसायिक दृष्टिकोण से टेंट, लाईट, बैंड बाजा, मैरिज हॉल और कैटरिंग वालों के लिए उतना लाभकारी नहीं रहा लेकिन जो पूरा बंद था वह अब शुरू हो गया है।
जन जन की आवाज़