कोरबा : नेशनल हाईवे 130 बिलासपुर अंबिकापुर मार्ग में 21 तारीख दिन मंगलवार को शाम ढलते ही कटघोरा कसनिया समीप वनमण्डल नर्सरी के पास पुलिया के पास अचानक एक स्वराज माजदा अनियंत्रित होकर पलट गई, देखते ही देखते लोगों का हुजूम इकट्ठा होने लगा। यह हुजूम वाहन के घायलों को उपचार दिलाने के लिए इकट्ठा नहीं हुई थी। बल्कि यह हुजूम शराब गाड़ी पलटने से शराब को हथियाने के लिए एकत्रित हुए थे।
जानकारी के मुताबिक बिलासपुर वेयरहाउस से अंबिकापुर महंगी शराब (ब्राण्डेड) को लेकर जा रही स्वराज माजदा अचानक अनियंत्रित होकर कसनिया वनमण्डल नर्सरी के पास बने पुलिया पर पलट गई, जिससे गाड़ी में रखी शराब की पेटियां सड़क पर बिखर गई। जिसे वहां से गुजरने वाले और वहां रहने वाले लोग वहां धीरे धीरे कर इकट्ठा होने लगे। और पहले तो उन्होंने हिम्मत करके एक दो बोतलें चुरानी चाहीं लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे उन की लालसा बढ़ती गई और शराब से भरी पेटियों पर भी हाथ साफ करते शराब की लगभग 20 से 25 पेटियां पुलिस के पहुंचने से पहले लूटी जा चुकी थी।
कटघोरा पुलिस मौके पर पहुंच पलटे वाहन में बची हुई पेटियों को अपनी सुरक्षा में लिया। लेकिन शराब से भरे स्वराज माजदा के पलटने से कई शराब की बोतलें सड़क पर गिरकर चकनाचूर होकर कांच सड़क पर बिखर गईं। लेकिन सबसे बड़ी बात यह रही कि दो दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी प्रकार का मामला दर्ज नहीं किया है। लेकिन यहां सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह शराब शासकीय थी या तस्करी की, यह नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जानकारी के मुताबिक बिलासपुर वेयरहाउस से अंबिकापुर महंगी शराब (ब्राण्डेड) को लेकर जा रही स्वराज माजदा अचानक अनियंत्रित होकर कसनिया वनमण्डल नर्सरी के पास बने पुलिया पर पलट गई, जिससे गाड़ी में रखी शराब की पेटियां सड़क पर बिखर गई। जिसे वहां से गुजरने वाले और वहां रहने वाले लोग वहां धीरे धीरे कर इकट्ठा होने लगे। और पहले तो उन्होंने हिम्मत करके एक दो बोतलें चुरानी चाहीं लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे उन की लालसा बढ़ती गई और शराब से भरी पेटियों पर भी हाथ साफ करते शराब की लगभग 20 से 25 पेटियां पुलिस के पहुंचने से पहले लूटी जा चुकी थी।
कटघोरा पुलिस मौके पर पहुंच पलटे वाहन में बची हुई पेटियों को अपनी सुरक्षा में लिया। लेकिन शराब से भरे स्वराज माजदा के पलटने से कई शराब की बोतलें सड़क पर गिरकर चकनाचूर होकर कांच सड़क पर बिखर गईं। लेकिन सबसे बड़ी बात यह रही कि दो दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी प्रकार का मामला दर्ज नहीं किया है। लेकिन यहां सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह शराब शासकीय थी या तस्करी की, यह नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जन जन की आवाज़