जन जन की आवाज कटघोरा
शिवशंकर जायसवाल की रिपोर्ट
भगवान के बार-बार जन्म लेने और अवतार धारण करने का कारण बताया गया की धरती पर धर्म की रक्षा और विश्व का कल्याण करने के लिए भगवान का अवतार होता है l पर दूसरा कारण यह भी है की भृगु ऋषि ने भगवान विष्णु को श्राप देते हुए कहा था कि हे विष्णु तुम बड़े विवेकी और ज्ञानी होकर के भी मेरी पत्नी का वध कर मेरा गृहस्थ जीवन उजाड़ दिया इसलिए मैं तुम्हें श्राप देता हूं कि तुम्हें कई बार गर्भ जनित अर्थात माता के गर्भ में जाकर कष्ट सहना पड़ेगा और जन्म लेना पड़ेगा l सबसे पहले ब्रह्म ही था , और कुछ था ही नहीं केवल ब्रह्म l यही ब्रह्म जब माया विशिष्ट बनता है तो यह ईश्वर कहलाता है , और जब ईश्वर अवतार लेते हैं तब वे भगवान कहलाते हैं और इसी रूप में उनके अलग-अलग अवतार होते रहते हैं l
ब्रह्मा विष्णु और महेश इन तीनों ही देवताओं पर पूर्ण अविनाशी प्रकृति महामाया मणिदीप निवासिनी जगदंबा की कृपा हुई और इन त्रिदेव को उन्होंने अलग-अलग कार्य सृष्टि , पालन और संघार का कार्य सौंपते हुए इनके जीवनसंगिनी सरस्वती लक्ष्मी और गौरी प्रदान किया l ब्राह्मण विष्णु और महेश जब देवी जगदंबा के दर्शन करने के लिए मणिद्वीप भवन पर चरण रखते ही स्त्री स्वरूप बन गए , देवी के इस दिव्य लोक में पुरुषों का प्रवेश नहीं है , अर्थात पुरुषों को भी मणिदीप में इस्त्री बनना ही पड़ता है l
आचार्य द्वारा नारायण के अवतारों का इतिहास तथा कृष्ण चरित्र का वर्णन किया गया l
वैश्विक संक्रमण कोरोना के भय से पूरा विश्व प्रभावित था , संक्रमण पर नियंत्रण उपरांत छुरी कला में आयोजित देवी भागवत जगदंबा यज्ञ में श्रोताओं की भीड़ उमड़ रही है , नगर में भक्ति और अध्यात्म का वातावरण बना हुआ है , श्रोताओं को प्रतिदिन सरस कथा प्रसंगों के साथ जीवंत झांकियों के दर्शन का लाभ प्राप्त हो रहा है l इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव लखन लाल देवांगन , हीरानंद पंजवानी , रमेश कुमार श्रीवास , बालकृष्ण , बीआर यादव , काशीराम देवांगन सुख चंद , संतोषी निषाद, प्रीति शर्मा , अन्नपूर्णा साहू , राजेंद्र मिश्रा , सरोजिनी , श्यामसुंदर यादव , दीपक सिंह राजपूत , श्रीमती शोभा सिंह , अंजनी, देवी पांडे, चंचल अग्रवाल , सिम्मी अग्रवाल, रघु यादव आदि अनेक श्रोता उपस्थित थे l श्रीमद् देवी भागवत यज्ञ के आयोजक परमेश्वर श्रीमती ललिता देवांगन द्वारा अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने हेतु निवेदन किया गया है l
जन जन की आवाज़