गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले में मरवाही वन मंडल भ्रष्टाचार का पर्याय बना हुआ है। यहां जंगल में मनमाने ढंग से काम हो रहा है और डीएफओ के द्वारा रेंजरो से जमकर भ्रष्टाचार करवाया जा रहा है .. इसका खामियाजा सरकारी धन का दुरुपयोग होने के साथ-साथ सरकार की छवि खराब होने के रूप में सामने आने लगा है।डब्ल्यूबीएम सड़क के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला उजागर हुआ है। मरवाही वनमंडल के वन परिक्षेत्र मरवाही के रेंजर दरोगा सिंह मराबी की देख-रेख में यह सारा कारनामा हुआ है जिसमें ग्राम पंचायत सेमरदर्री(श्रृंगार बहरा) से नाका पंचायत के मध्य 4-5 किलोमीटर सड़क के निर्माण में जमकर मनमानी चलाई गई। मिट्टी, मुरुम और गिट्टी का उपयोग कर डब्ल्यूबीएम सड़क का निर्माण करना था लेकिन जंगल में मोर नाचा की तर्ज पर सारा काम रेंजर व अन्य लोगों ने मिलकर कराया है। काम करने वाले ग्रामीण मजदूरों ने बताया कि इनके द्वारा एक से दो किलोमीटर की दूरी से जंगल में चुन-चुनकर बोल्डर और पत्थर इक_ा किए गए जिन्हें सड़क निर्माण में लगाया गया। मुरुम के नाम पर मिट्टी आसपास से खोदकर सड़क पर बिछा दी गई। गिट्टी का तो दूर-दूर तक नामोनिशान नहीं है और न ही सड़क की मजबूती के लिए रोलर चलवाया गया। रोड के नाम पर रेंजर द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया है …वही इस रोड में संबंध में मरवाही रेंजर दरोगा सिंह मराबी से संपर्क किया है लेकिन रेंजर साहब ना तो कार्यालय में मिलते है ना ही उनके द्वारा किसी का कॉल रिसीव किया जाता …. यहां यह बोलना गलत नही होगा की जब डीएफओ ही भ्रष्टाचार में डूबे हो तो रेंजरों को किस बात की फिक्र….
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