रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम में एक नाबालिग की उसके ही दो दोस्तों ने हत्या कर दी। उसे मोबाइल पर फ्री फायर गेम खेलने के लिए गांव के बाहर बुलाया। खेलते समय गेम की टास्क की तरह उसका गला तेजी से घुमाया, जिससे गले की हड्डी टूट गई और मौके पर ही मौत हो गई। किसी को पता न चले इसलिए शव को जमीन में गाड़ दिया। जब नाबालिग घर नहीं पहुंचा तो उसकी तलाश शुरू की गई। पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपी पकड़ा गए। इनमें एक नाबालिग है।
घटना रतलाम के आलोट से 5 किलोमीटर दूर दयालपुरा गांव की है। मरने वाले बच्चे का नाम विशाल सिंह (15) है। आरोपी उल्फत सिंह (18) और 16 वर्षीय एक नाबालिग उसके अच्छे दोस्त थे। तीनों को मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलने की आदत थी।
पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे आरोपी
पुलिस के मुताबिक, मृतक के पिता नेपाल सिंह ने शनिवार सुबह थाने में बताया था कि उनका बेटा विशाल शुक्रवार रात से ही लापता है। रात 9 बजे विशाल के पास एक काल आया था। इसके बाद वह अपनी भाभी से बाहर जाने की बात कह कर निकला है। उसको रातभर सभी जगह तलाश गया, लेकिन पता नहीं चला। विशाल 9वीं कक्षा का छात्र था।
शिकायत के बाद थाना प्रभारी दीपक शेजवार ने पुलिस टीम के साथ गांव में पूछताछ शुरू की। गांव के लोगों ने पुलिस को बताया कि आखिरी बार विशाल अपने दोस्त उल्फत और एक नाबालिग के साथ बाइक से जाते दिखा था। पुलिस ने पूछताछ की तो दोनों गुमराह करने लगे। सख्ती पर पूछने पर हत्या की बात कबूल की।
इसलिए कर दी हत्या
विशाल ने आरोपियों की सिगरेट पीने, तंबाकू खाने और लड़कियों से संबंध होने की बात को उनके परिवार वालों को बताई थी। आरोपी उल्फत के मुताबिक, वह इससे गुस्सा था और विशाल से बदला लेना चाह रहा था। उसने पहले फोन करके विशाल को गेम खेलने के लिए बुलाया। फिर बाइक से गांव से कुछ दूर ले गया, जहां पहले से एक गड्ढा खुदा हुआ था।
गेम में टास्क की तरह दोनों आरोपी विशाल की गर्दन को तेजी से घुमाने लगे, जिससे उसकी गर्दन की हड्डी टूट गई और मौके पर ही विशाल की मौत हो गई। इसके बाद दोनों ने शव को गड्डे में गाड़ दिया। उस पर मिट्टी और पत्थर डाल दिए। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से एक को जेल और दूसरे को बाल संरक्षण गृह भेज दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी गले की हड्डी टूटने की पुष्टि हुई है।
जन जन की आवाज़