प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी मंगलवार को उज्जैन में 856 करोड़ रुपये की लागत से तैयार महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे. ‘महाकाल लोक’ के भव्य प्रवेश द्वार नंदी द्वार के नीचे ‘मोली’ (पवित्र) धागों से ढका एक बड़े आकार का ‘शिवलिंग’ रखा गया है.
प्रधानमंत्री आधिकारिक तौर पर मेगा कॉरिडोर के उद्घाटन को प्रतीकात्मक रूप से ‘शिवलिंग’ का अनावरण करेंगे. इस कॉरिडोर के खुलने के बाद मध्य प्रदेश के इस पवित्र शहर में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
कॉरिडोर की लंबाई 900 मीटर से ज्यादा है. यहां 108 बलुआ पत्थर से तैयार स्तंभ बनाए गए हैं. इसके शीर्ष पर ‘त्रिशूल’ डिजाइन की गई है और भगवान शिव की ‘मुद्रा’ है. यहां देवता की कलात्मक मूर्तियों के साथ-साथ शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 53 प्रबुद्ध भित्ति चित्र भी हैं.
संस्कृति मंत्री ने महाकाल लोक का वीडियो शेयर किया
केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है, जो शानदार ड्रोन के जरिए बनाया गया है. उन्होंने ट्वीट किया- ‘जय महाकाल उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 11 अक्टूबर को करेंगे.’ रेड्डी ने ट्विटर पर एक अन्य वीडियो भी शेयर किया, जिसमें कॉरिडोर की मूर्तियां, भित्ति चित्र और अन्य स्ट्रक्चर दिखाई दे रहे हैं.
उज्जैन में आयोजित किए जाएंगे विभिन्न कार्यक्रम
इससे पहले मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया था कि ‘महाकाल लोक’ के उद्घाटन के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है. पीएम वे अपने काफिले के साथ महाकालेश्वर मंदिर परिसर में जाएंगे और ‘पूजा’ करेंगे. उसके बाद वह ‘नंदी द्वार’ जाएंगे और कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. जैसे ही वे कॉरिडोर से यात्रा करेंगे, बड़ी संख्या में कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे.
रोशनी से जगमगाया उज्जैन
कार्तिक मेला मैदान में एक भव्य कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर एक विशेष गीत- ‘जय श्री महाकाल’, एक ‘शिव स्तुति’ प्रस्तुत करेंगे. महाकालेश्वर मंदिर देश के 12 ‘ज्योतिर्लिंगों’ में से एक है और यहां साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है. मोदी की यात्रा से पहले उज्जैन को बड़ी संख्या में लैंप पोस्ट्स पर रंगीन झंडों से सजाया गया है, जबकि कई सड़कों और फ्लाईओवर को रोशनी से सजाया गया है, जिसमें हरि फाटक फ्लाईओवर भी शामिल है. ये नए कॉरिडोर की वजह से सेल्फी पॉइंट बन गया है. शहर में 7 अक्टूबर से कई सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जा रहे हैं, जिसमें एक लेजर शो, राम घाट पर रामलीला और क्षिप्रा नदी के तट पर दैनिक ‘महाआरती’ शामिल है.
मोदी का उज्जैन में ऐसा रहेगा पूरा कार्यक्रम…
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार दोपहर 3:35 बजे अहमदाबाद हवाईअड्डे से रवाना होंगे. वे शाम साढ़े 4 बजे इंदौर हवाईअड्डे पर पहुंचेंगे. इंदौर से वे हेलिकॉप्टर से उड़ान भरेंगे जो शाम 5 बजे उज्जैन के हेलीपैड पर उतरेगा. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोदी शाम 5 बजकर 25 मिनट पर महाकाल मंदिर पहुंचेंगे. यहां आकर पूजा करेंगे. शाम 6 बजकर 25 मिनट से शाम 7 बजकर 5 मिनट के बीच राष्ट्र को महाकाल लोक समर्पित करेंगे. उसके बाद मोदी कार्तिक मेला मैदान में एक सार्वजनिक समारोह में हिस्सा लेंगे. मोदी उज्जैन से रात करीब साढ़े 8 बजे इंदौर के लिए रवाना होंगे और वहां से रात करीब 9 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे.
पर्यटकों की संख्या में लगेगी लंबी छलांग
महाकालेश्वर मंदिर को हिंदू अपना सबसे पवित्र स्थानों में से एक मानते हैं. महाशिवरात्रि और श्रावण महीने के दौरान देश के सभी हिस्सों से लाखों लोग यहां आते हैं. उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आशीष कुमार पाठक ने बताया कि उद्घाटन के बाद लोगों का उत्साह बढ़ेगा और पर्यटकों की संख्या में ‘बड़ी छलांग’ लगेगी. अधिकारियों ने कहा कि परियोजना के पूरा होने के बाद मंदिर परिसर का क्षेत्रफल 2.87 हेक्टेयर से बढ़ाकर 47 हेक्टेयर कर दिया जाएगा.
परियोजना के दूसरे चरण का चल रहा काम
‘महाकाल लोक’ के विकास में पार्क, कारों और बसों के लिए एक बहुमंजिला पार्किंग, फूलवाला और अन्य दुकानें, सौर प्रकाश व्यवस्था, तीर्थयात्रियों के लिए एक सुविधा केंद्र, पानी की पाइपलाइन, सीवर लाइन समेत अन्य कार्य करवाए जाएंगे. एक लाइट एंड साउंड सिस्टम भी लगाया गया है. परियोजना के दूसरे चरण पर काम चल रहा है, जिसके तहत रुद्रसागर झील का कायाकल्प किया गया है.
वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार शाम को मोदी के स्वागत के लिए कॉरिडोर परिसर- नंदी द्वार से मंदिर तक आयोजित होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक प्रदर्शन की तैयारियों और ड्रेस रिहर्सल का जायजा लिया.
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