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पोड़ी उपरोड़ा: दारुबाज शिक्षक के बिगड़े बोल.. डंके की चोट पर पीता हु महुआ शराब, ₹2000 महीने पर रखा हूं एक लड़की, देखें पूरी वीडियो…

छ,गकोरबा/पोड़ी उपरोड़ा2जत्व. एक ऐसा शिक्षक जिसकी करतूत देख आप दांतो तले उंगली दबा लेंगे,जो स्वयं शराब पीने का दावा कर रहा है और स्कूल में शराब के नशे में पाया गया है।

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जिसे शायद अपने आला अधिकारियों का जरा भी ख़ौफ़ नही है।जी हां, विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा के ग्राम बरतराई के प्राइमरी स्कूल में पदस्थ दारूबाज शिक्षक शशिकांत कंवर स्वयं शराब पीने की बात कह रहे हैं।अब जिले में ऐसे शराबी शिक्षको की बदौलत शिक्षा का स्तर किस मुकाम पर होगा यह सहज ही समझा जा सकता है।विकासखंड शिक्षा अधिकारी पोड़ी उपरोड़ा के नाक तले शिक्षको की ऐसी दशा बेहद ही शर्मनाक है जो स्कूल की मर्यादा तार तार करने के साथ बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं।

स्थानीय ग्रामीणों सहित शाला समिति के अध्यक्ष ने शराबी शिक्षक के व्यवहार से तंग आकर स्कूल में बैठक आयोजित की,जिसमे शराबी शिक्षक शशिकांत कंवर को स्कूल में शराब पीकर नही आने की समझाईश दी गई।पर उन बातों का शराबी शिक्षक पर कोई असर नही हुआ,बल्कि ये शराब के नशे में ही स्कूल पहुँचता है, इनके शराबी प्रवृत्ति के चलते स्कूल में पदस्थ अन्य शिक्षको को खासा दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है।शराब के नशे में ये किसी की बातों को नही सुनते केवल अपनी बेतुकी बातों से स्कूल का वातावरण मलिन करते हैं।ये दारूबाज शिक्षक शराब के नशे में अपनी ऊंची पहुँच का हवाला देकर स्कूल में मनमर्जी कायम रखे हुए हैं।बताया जाता है कि ये शराबी शिक्षक कभी कभार ही स्कूल में नजर आते हैं और आ भी गए तो हाजिरी लगाकर अड्डे के लिए रवाना हो जाते हैं।

दारूबाज शिक्षक की दास्तां यही समाप्त नही हो जाती इसने बच्चो को पढ़ाने का भी बराबर ख्याल रखा हुआ था।इन्होंने गाँव की एक युवती को मासिक मेहनताना पर बच्चो को पढ़ाने के लिए नियुक्त किया था।अब गाव की युवती किस आधार पर स्कूल में बच्चो को शिक्षा दे रही यह तो समझ से परे है पर इतना जरूर है इस वाक्ये ने जिले की शिक्षा स्तर से नकाब उठा दिया है।जहां शिक्षक नशे में है, गाव के लोग शिक्षक की भूमिका में है।

ग्रामीणों ने दी मीडिया को जानकारी

ग्रामीणों की माने तो स्कूल के प्राचार्य संग ऐसे शराबी शिक्षक को हटाने स्कूल में बैठक रखी गई थी,पर बैठक का कोई सार्थक अर्थ नही निकला,शराबी शिक्षक स्कूल से नही हट पाया,लिहाजा ग्रामीणों ने मीडिया से रूबरू होकर इस शिक्षक की करतूतों को शासन प्रशासन तक पहुचाने आग्रह किया गया।जिसमे ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में पदस्थ शिक्षक शशिकांत कंवर आदतन शराबी किस्म का है,इसके यहाँ रहने से बच्चो की पढ़ाई बाधित हो रही है साथ ही स्कूल की प्रतिष्ठा भी धूमिल हो रही है लिहाजा ऐसे शराबी शिक्षक का स्कूल में रहना पूरी तरह व्यर्थ है।

विकासखंड शिक्षा अधिकारी के नाक तले शराबी शिक्षक

विकासखंड शिक्षा अधिकारी के नाक तले शराबी शिक्षक स्कूलों में शिक्षा का मजाक बनाने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं।शराब के नशे में शिक्षक स्कूल पहुँच रहे हैं क्या ऐसे शिक्षकों के संदर्भ में शिक्षा अधिकारी को जानकारी नही है?खैर वजह जो भी हो,पर बरतराई के प्राइमरी स्कूल में पदस्थ शराबी शिक्षक ने साबित कर दिया है कि विकासखंड शिक्षा अधिकारी का स्कूलों पर नियंत्रण नही जो महीनों से शिक्षक शराबखोरी कर रहे।इस संबंध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी एल एस जोगी से संपर्क करने का प्रयास किया गया पर संपर्क नही हो पाया।अब देखने वाली बात यह होगी कि ऐसे शराबी शिक्षक पर विभाग किस तरह नकेल कसता है।

विनोद जायसवाल
विनोद जायसवाल
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