खासखबर नई दिल्ली: पिछले वर्ष जब देश में कोरोना वायरस प्रवेश कर चुका था तो 19 मार्च को रात 8 बजे पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया और ऐलान किया किया कि 22 मार्च को देश में जनता कर्फ्यू लगने जा रहा है और लोग इसमें भाग लें। पीएम की अपील के बाद पिछले साल आज ही के दिन पूरे देश में इस वायरस से सावधान रहने की घंटी बजी थी। पूरे देश में सड़कों, गलियों तथा बाजारों में मानों सन्नाटा छा गया था। पीएम की अपील पर अमल करते हुए 22 मार्च को देशवासी घरों के अंदर ही कैद रहे थे। जनता कर्फ्यू के तहत 22 मार्च की शाम को लोग एक साथ घरों की छतों, बालकनियों और दरवाजों पर खड़े होकर थाली, घंटा और शंख बजाते हुए नजर आए। दरअसल पीएम मोदी ने ऐसे कठिन समय के दौरान राष्ट्र की सेवा में लगे लोगों के सम्मान में शाम 5 बजे सभी नागरिकों से अपने घरों के दरवाजे और खिड़कियों पर खड़े होकर पांच मिनट तक ताली या घंटी बजाने का आग्रह किया था। *लॉकडाउन से पहले यह पूरे देश के लिए एक नया अनुभव है। इसके बाद कोविड के खिलाफ जागरूकता बढ़ी और समाज के तमाम वर्गों ने मास्क से लेकर सैनिटाइजर तक उपयोग करने लगे।
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