उज्जैन के जीवाजीगंज थाना क्षेत्र के पिपलीं नाका के हरि नागर में रहने वाले मां-बेटे और पोते की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बेटे और पोते की लाशें सोमवार देर रात इंगोरिया थाना क्षेत्र में चंबल नदी से कुछ दूरी पर पड़ी मिली। वहीं मां का शव मंगलवार जीवाजीगंज थाना क्षेत्र के हरि नगर स्थित मकान पर पलंग पेटी में बंद मिला। सभी शव तीन दिन पुराने बताए जा रहे है। शवों पर धारदार हथियार के हमले के निशान पाए गए हैं। पुलिस ने इसे हत्या का मामला बताया है वही पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।
एएसपी आकाश भूरिया ने बताया कि जिले के इंगोरिया थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात दो पुरुषों के शव मिले थे। शव चंबल नदी के समीप झाड़ियों में पाए गए। इनकी शिनाख्त राजेश नागर और उसके बेटे पार्थ नागर के रूप में की गई। यह भी पता लगा है कि दोनों उज्जैन के जीवाजीगंज थाना क्षेत्र के हरि नगर में रहते थे।
पुलिस हरि नगर स्थित उनके घर पहुंची तो वहां ताला मिला।
पड़ोसियों ने बताया कि पांच-छह दिनों से यहां ताला लगा हुआ है। इस पर पुलिस ने ताला तोड़वा दिया। भीतर जाने और पड़ताल करने पर सबके होश उड़ गए। यहां एक पलंग पेटी के अंदर राजेश नागर की मां सरोज नागर का शव मिला। तीनों के शवों पर धारदार हथियार के निशान मिले हैं। पुलिस हत्या के कारण का पता लगा रही है।
फॉरेन्सिक जांच अधिकारी प्रीति गायकवाड़ ने बताया कि मृतका का जो शव मिला है इसमे बाहर से तीन ताले लगाए गए है और जो पलंग पेटी है उसमें मृतका को मार कर उसके ऊपर गद्दे डाल दिए गए थे। इससे पहले 2 शव मिले थे। हत्या के कारणों की जांच की जा रही है।
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