ज्यादातर लोग साबूदाने का इस्तेमाल व्रत के दौरान करते हैं. इसे लोग नाश्ते के समय लेना काफी पसंद करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आजकल बाजार में मिलावटी साबूदाना आ रहा है जो कि केमिकल्स के प्रयोग से बना हुआ होता है? इन मिलावटी साबूदाने में सोडियम, हाइपोक्लोराइट, कैलशियम, हाइपोक्लोराइट, ब्लीचिंग, एजेंट, फास्फोरिक, एसिड आदि का इस्तेमाल करके इन्हें बनाया जाता है. आम आदमी इन केमिकल से बने साबूदाने को पहचान नहीं पाता है. इसलिए असली-नकली साबूदाने की पहचान कैसे की जाए. यह सबसे बड़ा प्रश्न होता है तो चलिए जानते हैं कि किस तरीके से आप मिलावटी साबूदाने के बारे में जान सकते हैं.
आजकल बाजार में मिलावटी साबूदाना मिल रहा है. यह दिखने में काफी चमकदार और पॉलिश किया हुआ सफेद मोतियों के समान दिखाई देता है जबकि असली साबूदाना एक शाकाहारी भोजन है. इसका उपयोग व्रत के दौरान किया जाता है. साबूदाना टैपिओका से निकाले गए स्टार्ट से बनाया जाता है. साबूदाने में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट और फैट की मात्रा कम होती है. इसका उपयोग बीमारियों में किया जा सकता है. यह तुरंत ऊर्जा देने का काम बहुत आसानी के साथ करता है.
मिलावटी साबूदाने में ब्लीचिंग एजेंट और केमिकल होते हैं जो कि सफेद और चमकदार मोती जैसे आर्टिफिशियल व्हाइटनिंग एजेंट्स की मदद से बनाए जाते हैं. इसे खाने से आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है. मिलावटी साबूदाना शरीर में विषाक्त पैदा करता है जिससे कि शरीर के कई अंग खराब भी हो सकते हैं. इससे लकवा भी मार सकता है. यहां तक किडनी से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती है. यह दिल की बीमारी किडनी फेलियर और मौत का कारण भी बन सकता है. इसीलिए मिलावटी साबूदाने से बचे रहें और साबूदाने की पहचान ज़रूर कर ले.
साबूदाने की पहचान के लिए आपको एक चियू टेस्ट कर सकते हैं. इस टेस्ट में आप साबूदाने को चबाकर असली और नकली होने की पहचान कर सकते हैं. इस टेस्ट के लिए थोड़ा सा साबूदाना ले और इसे मुंह में रखकर कुछ देर तक चबाएं अगर यह आपको किरकिरा महसूस कराता है तो इसमें मिलावट होगी जबकि नेचुरल साबूदाना कुछ देर चबाने के बाद स्टार्च निकालता है और यह दांत के साथ थोड़ा चिपचिपा लगने लगता है .तो समझ जाइये ये असली है.
इसके अलावा आप साबूदाने को जलाकर भी उसकी टेस्टिंग कर सकते हैं. इसके लिए आप थोड़ा सा साबूदाना लें और उसमें आग लगा दे. अगर यह फूल जाता है तो यह शुद्ध है और अगर नहीं तो इसमें मिलावट है. साथ ही कुछ देर जलाने से मिलावटी साबूदाना राख छोड़ देगा और असली साबूदाना राख नहीं छोड़ेगा. साथ ही असली साबूदाने को जलाने पर इसमें से खुशबू आएगी और मिलावटी साबूदाने को जलाने पर उससे धुआँ निकलेगा.
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