कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने धान खरीदी केन्द्रों में किसानों को बिना किसी परेशानी के समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिये सभी तैयारियां अगले एक सप्ताह में पूरा करने के निर्देश बैठक में दिये हैं। उपार्जन केन्द्रों में मूलभूत आवश्यकताओं जैसे- साफ-सफाई, विद्युत व्यवस्था, कम्प्यूटर, प्रिंटर, यूपीएस, इंटरनेट की व्यवस्था अभी से सुनिष्चित करने के निर्देश श्रीमती कौषल ने अधिकारियों को दिये। उन्होंने उपार्जन केन्द्रों पर आर्द्रतामापी यंत्र, तौल यंत्र, बारदानों के साथ-साथ चबूतरों की संख्या और बारिष की स्थिति में धान को ढॅंकने के लिये तारपोलिन आदि की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि किसानों को उपार्जन केन्द्रों पर मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ आपात स्थिति में प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था की जायेगी। साथ ही धान खरीदी शुरू होने के पहले सत्यापित एवं पंजीकृत किसानों की सूची और उनकी पूरी डाटा एन्ट्री कम्प्यूटर साॅफ्टवेयर में कर ली जायेगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के निर्देशानुसार इस वर्ष धान उपार्जन केन्द्रों में आधे नये एवं आधे पुराने बारदानों का उपयोग धान खरीदी के लिये किया जायेगा। धान खरीदी केन्द्रों में केवल पंजीकृत किसानों से ही धान का उपार्जन होगा। बिचैलियों से धान की खरीदी नहीं की जायेगी। जिले में इस वर्ष एक लाख 15 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान अधिकारियों द्वारा लगाया गया है। धान खरीदी के लिये बारदानों की व्यवस्था और अन्य तैयारियां जोरो पर हैं। अनुमानित लक्ष्यानुसार 28 लाख 75 हजार बारदानों की आवश्यकता आंकी गई है। जिसमें से 14 लाख 37 हजार 500 नग बारदाना नया और उतना ही बारदाना पुराना होगा। जिले में लगभग 40 हजार नये बारदाने वर्तमान में उपलब्ध हैं। राईस मिलरों के पास लगभग नौ लाख पुराने बारदानें है। जिले की शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से भी अभी तक पांच लाख 54 हजार 779 बारदानें प्राप्त कर लिये गये हैं। इन बारदानों का संग्रहण कर इन्हें धान खरीदी शुरू होने के पहले उपार्जन केन्द्रों तक पहुंचाया जायेगा। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अगले एक सप्ताह में धान खरीदी के लिये लक्ष्यानुसार पुराने बारदानों को पीडीएस की दुकानों, राईस मिलरों से उठाकर विपणन संघ के गोदाम में रखना सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
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