रायपुर। छत्तीसगढ़ में परिवहन विभाग की नई सुविधा ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार’ का संचालन किया जा रहा है. परिवहन संबंधी 22 सेवाओं का लाभ उनके घर के द्वार पर पहुंचाकर दी जा रही है. इसके तहत केवल जून महीने में 14 हजार 604 स्मार्ट कार्ड आधारित पंजीयन प्रमाण पत्र और ड्राइविंग लाइसेंस आवेदकों के घर भेजे जा चुके हैं. 83 पंजीयन प्रमाण पत्र-ड्राइविंग लाइसेंस आवेदक के पते में उपलब्ध नहीं होने के वजह से वापस आए है. इस प्रकार 99% पंजीयन प्रमाण पत्र और ड्राइविंग लाइसेंस आवेदक के घर पहुंच रहे है. केवल 1% से भी कम ड्राइविंग लाइसेन्स और पंजीयन प्रमाण पत्र वापस आ रहे हैं.
परिवहन आयुक्त टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार’ सेवा को और अधिक सुलभ बनाने के लिए विभाग ने हेल्पलाइन नंबर 75808-08030 जारी किया है, जो सभी कार्य दिवस में सुबह 10 बजे से शाम 5.30 बजे तक जानकारी प्रदान करता है. ई-मेल आईडी cgparivahandispatch@gmail.com पर भी अपनी मेल भेजकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. उक्त हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके आवेदक अपनी ड्राइविंग लाइसेंस और पंजीयन प्रमाण पत्र के प्रेषण संबंधी समस्त जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. अभी औसतन प्रतिदिन 100-110 कॉल आ रहे हैं. जिसमें मुख्य रूप से ड्राइविंग लाइसेंस, पंजीयन प्रक्रिया, टैक्स और फीस संबंधी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं.
एक जून को हुई थी शुरुआत
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार की परिकल्पना ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार’ को साकार करते हुए छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग ने एक जून इसकी शुरुआत की थी. इसके तहत समस्त ड्राइविंग लाइसेंस और पंजीयन प्रमाण पत्र को आवेदकों को उनके घर पर पहुंचाने का कार्य शुरू किया है. इस योजना का शुभारंभ 1 जून को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिशा-निर्देश में परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर के नेतृत्व में किया गया था. अब आवेदकों को अपने ड्राइविंग लाइसेंस और पंजीयन प्रमाण पत्र को लेने के लिए परिवहन कार्यालयों में चक्कर नहीं काटना पड़ेगा. योजना के प्रारंभ होने से प्रदेश के अधिक से अधिक आम जनता लाभान्वित होंगे. परिवहन विभाग की 22 से भी अधिक सेवाएं घर बैठे प्राप्त की जा सकेगी.
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