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*तबादला नीति में कटघोरा वनमंडल से हटाए गए एसडीओ प्रहलाद यादव अपना स्थानांतरण रोकवाने कर रहे मशक्कत, तत्कालीन रेंजर रहने के दौरान भ्रष्ट्राचार को दिया था जमकर अंजाम, एसडीओ तिवारी एवं डड़सेना भी हुए प्रभावित*

*तबादला नीति में कटघोरा वनमंडल से हटाए गए एसडीओ प्रहलाद यादव अपना स्थानांतरण रोकवाने कर रहे मशक्कत, तत्कालीन रेंजर रहने के दौरान भ्रष्ट्राचार को दिया था जमकर अंजाम, एसडीओ तिवारी एवं डड़सेना भी हुए प्रभावित*

जन जन की आवाज छत्तीसगढ़ पसान से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट

*कोरबा/कटघोरा:-* अपने भ्रष्ट्र आचरण से कटघोरा वनमंडल में चर्चित रहकर वनमंडलाधिकारी के कार्यों में सवालिया निशान लगाने वाले तत्कालीन भ्रष्ट्र रेंजर व वर्तमान उपवनमण्डल कटघोरा के एसडीओ प्रहलाद यादव तबादला नीति में कटघोरा वनमंडल से हटा दिए गए जहाँ बताया जा रहा है कि शासन के इस आदेश को चुनौती देते हुए वे अपना स्थानांतरण रोकवाने एड़ी- चोटी एक करने में लग गए है जिसके तहत अपने राजनीतिक आका को लेकर राजधानी की दौड़ लगाने निकल पड़े है।राज्य शासन के इस तबादला आदेश में कटघोरा के दो अन्य एसडीओ सहित प्रदेश भर के लगभग 7 दर्जन वन अधिकारी भी प्रभावित हुए है।

बता दें कि कटघोरा वनमंडल में लंबे समय से जमे रहकर अपने रेंजरी कार्यकाल के दौरान भ्रष्ट्राचार में लिप्त रहने वाले तथा वर्तमान वन एसडीओ प्रहलाद यादव के भ्रष्ट्राचार की लंबी फेहरिस्त है जहां केंदई एवं पाली वन परिक्षेत्र में रेंजर रहते हुए उन्होंने बोल्डर चेकडेम, स्टापडेम, पहुँचमार्ग, पुल- पुलिया, सीसी रोड, बाउंड्रीवाल, पौधारोपण व तालाब- डबरी निर्माण जैसे कार्यों पर जमकर भ्रष्ट्राचार को अंजाम देकर अपने स्वार्थों की पूर्ति की।इन्होंने बीते वर्ष 2020 माह जून- जुलाई में पाली वनपरिक्षेत्र अंतर्गत खैराबहार से भण्डारखोल पहुँचमार्ग में डेढ़ किलोमीटर डब्ल्यूबीएम सड़क निर्माण जिसकी वनमंडल से स्वीकृत राशि लगभग 22 लाख बताई जा रही है, जिसके निर्माण में भी शासन द्वारा निर्धारित प्राक्कलन के विपरीत कार्य कराते हुए खुलकर अनियमितता को अंजाम दिया।इस सड़क निर्माण में जिस गिट्टी का उपयोग किया गया उसे मजदूरों के माध्यम से जंगल से तोड़वाया गया इसके अलावा मुरुम भी जंगल का ही उत्खनन कराकर उपयोग में लाया गया और इस प्रकार कार्य कराकर शासन को जमकर चुना लगाया गया।तत्कालीन रेंजर प्रहलाद यादव के ऐसे अनेकों भ्रष्ट्र कारनामे सामने आते रहे है जो सोशल मीडिया की भी सुर्खियां बनती रही और तब श्री यादव अपने कठपुतलियों के माध्यम से अपने आप को पाक- साफ बताने में लगे रहे।इनके द्वारा किये गए भ्रष्ट्राचार की शिकायत पर कटघोरा वनमंडलाधिकारी द्वारा जांच कराकर मयदस्तावेज रिपोर्ट मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर वृत्त एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक रायपुर को भी कार्यवाही की अनुसंशा के साथ दो माह पूर्व सौंपी भी गई थी।राज्य शासन द्वारा बीते 06 मार्च को नवा रायपुर स्थित महानदी भवन, अटल नगर, वन मंत्रालय से जारी आदेश के तहत प्रदेश भर से लगभग 7 दर्जन वन अधिकारियों के तबादला में प्रहलाद यादव को भी कटघोरा वनमंडल से हटाकर अचानकमार टायगर रिजर्व, कोर क्षेत्र कोटा भेज दिया गया है।बताया जा रहा है कि राज्य शासन के इस फेरबदल नीति को चुनौती देते हुए वे अपना स्थानांतरण रोकवाने अपने राजनीतिक आका के साथ राजधानी रायपुर की दौड़ लगा दिए है जहां उन्हें पूरी उम्मीद है कि हर हाल में वे अपना तबादला रोकवाने में सफल रहेंगे।फिलहाल राज्य शासन के इस स्थानांतरण नीति में कटघोरा वनमंडल के अन्य दो एसडीओ भी प्रभावित हुए है जिनमे कटघोरा वनमंडल में संलग्नीकरण एसडीओ अरविंद तिवारी का स्थानांतरण रायगढ़ तो पाली एसडीओ वाई पी डड़सेना को बिलासपुर किया गया है।इनके स्थान पर रायगढ़ वनमंडल में पदस्थ ए.आर. बंजारे, चंद्रकांत टिकरिया महासमुंद व एम.आर. साहू जांजगीर को राज्य शासन द्वारा कटघोरा की नवीन जिम्मेदारी सौंपी गई है।

विनोद जायसवाल
विनोद जायसवाल
जन जन की आवाज़

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