कोरबा । आदर्श ग्राम तिलकेजा में अनियमितता की शिकायत के बाद दस्तावेज गायब हो गया। इसके बाद महीनो गुजरने के बाद भी दोषियों पर कार्रवाई न होने से पंचायत प्रतिनिधि के हौसले बुलंद है। जिस तरीके से प्लानिंग के तहत दसवेज गायब हुआ उसके बाद शिकायत शांत हो जाना ग्रामीणों के समझ से परे है।
आदर्श ग्राम पंचायत में किस तरह आदर्श घोटाले हुए है इसका अंदाजा जांच से पहले दस्तावेज गायब होने से लगाया जा सकता है। सचिव के स्थान्तरण होते ही चौदहवा वित्त आयोग की राशि की बंदरबांट करने के बाद अब जाँच को भी प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है। सांसद आदर्श ग्राम तिलकेजा के सरपंच कुल सिंह कंवर, पूर्व सचिव एनपी डहरिया के 7 मई 2015 से 23 सितम्बर 2020 के मध्य कार्यकाल में हुए विभिन्न योजनाओं के कामकाज, 14 वें वित्त में बड़ी गड़बड़ी और घोटाले की शिकायत है।आदर्श ग्राम के सचिव और सरपंच का आपसी सांठगांठ इस कदर प्रभावी था कि दोनों एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगते रहे लेकिन शासकीय राशि का बंटवारा दोनों बराबर करते रहे तभी तो एक तरफ सचिव का ट्रांसफर होना और दूसरी तरफ सरपंच के घर ट्रैक्टर खड़ा होना दोनों किसी संयोग से कम नहीं है। बहरहाल सरपंच के ट्रेक्टर खरीदी की चर्चा जोरो पर है।
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