गर्मियों के मौसम में अगर छाछ को अमृत कहा जाए तो ग़लत नहीं होगा। भारत के हर घर में छाछ या मठ्ठा के स्वास्थ्य लाभ और स्वाद के कारण इसे खाने के साथ शामिल करना आम बात है। छाछ में कई पोषक तत्व होते हैं जो आपके शरीर के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद होते हैं। ऐसे में कई लोगों का सवाल होता है की क्या डायबिटीज़ में छाछ या मट्ठा पी सकते हैं। आइए इस सवाल का जवाब इस ब्लॉग में जानते हैं।
भारत में लोग अनेक स्वास्थ्य लाभों के कारण हज़ारों वर्षों से छाछ को अपनी हेल्दी डाइट में शामिल करते आ रहे हैं। यह एक लो फैट पेय है जो फर्मेन्टड दूध से बने मक्खन को स्किम करने के बाद प्राप्त होता है। तासीर में ठंडी छाछ पेट की कई समस्याओं में राहत देती है। कैल्शियम, आयरन, विटामिन सी, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन से भरपूर छाछ रोग प्रतिरोधक क्षमता या इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी मदद करती है और आंत के स्वास्थ्य के लिए अच्छी मानी जाती है। छाछ की सबसे अच्छी बात इसका लो-फैट या कम वसा होना है जो वज़न कम करने की चाह रखने वाले लोगों के लिए एक बेस्ट ड्रिंक ऑप्शन है।
छाछ दही को पानी में घोलकर मथने से बनती है। दही का प्रकार, पानी की मात्रा और उसमें मक्खन का अनुपात उसके स्वाद और गुणों को बदल सकता है। इस वजह से छाछ या मठ्ठा कई रूपों में प्राप्त होती है:
फुल क्रीम छाछ: इस तरह की छाछ फुल क्रीम दही से निकाली जाती है जिसे बिना पानी के मथा जाता है।
नो क्रीम छाछ: इसके लिए स्किम्ड मिल्क दही का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे बिना पानी मिला कर मथा जाता है।
छाछ: इस प्रकार की छाछ दही को पानी से 100:25 के अनुपात में मथ कर प्राप्त की जाती है और यह सबसे आम छाछ बनाने की विधि है।
आधा पानी छाछ: जैसा कि नाम से पता चलता है कि इसे मथने की प्रक्रिया के लिए 100 मिली दही और 50 मिली पानी की आवश्यकता होती है जिससे हमें आधा पानी छाछ मिलती है।
वसा रहित छाछ (Fat-free Buttermilk): इस प्रकार की छाछ मथ कर दही में से पूरा मक्खन निकाल लेने पर प्राप्त होती है। इस प्रक्रिया के दौरान पानी वाले बचे हुए हिस्से में कोई मक्खन नहीं बचता है।
छाछ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स
छाछ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 35 है जो इसे डायबिटीज़ वाले लोगों के लिए सुरक्षित पेय में से एक बनाता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स यह निर्धारित करता है कि कोई भोजन डायबिटिक व्यक्ति के लिए स्वस्थ है या नहीं। यह बताता है कि किसी खाने में मौजूद कार्ब कितना शुगर लेवल बढ़ाता है।
जीआई मान के आधार पर, खाद्य पदार्थों को 0 से 100 के बीच रैंक किया जा सकता है, जहां 1 से 55 के अंतर्गत आने वाले खाद्य पदार्थों को निम्न जीआई खाद्य पदार्थ माना जाता है, 56 से 69 मध्यम जीआई जबकि 70 और इससे ऊपर को उच्च जीआई खाद्य पदार्थों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
छाछ व डायबिटीज़
छाछ पोषक तत्वों, खनिज, विटामिन और प्रोटीन से भरपूर सुपरफूड है। यह दूध व दही से बना फर्मेन्टड पेय है जिसमें सूक्ष्मजीवों द्वारा उत्पादित लैक्टिक एसिड होता है, जो इसे हाई न्यूट्रीशन देता है।
छाछ कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है, जिसमें कैंसर रोधी गुण, शरीर को डीटॉक्स करना, आंत के स्वास्थ्य में सुधार, मुँहासे के निशान को ठीक करना, रूसी की रोकथाम, हृदय स्वास्थ्य और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार, एंटीइंफ़्लेमेट्री गुण आदि शामिल है। इसके अलावा यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है।
यदि आपको डायबिटीज़ है और आप एक हाइड्रेटिंग, कोलेस्ट्रॉल-फ्री पेय की तलाश कर रहे हैं, जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम है, तो छाछ के अलावा कोई बेहतर विकल्प नहीं है।
यह पौष्टिक पेय आपको कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है इसलिए इसे पीने से पहले हिचके नहीं और गर्मियों में इस ठंडी व ताज़गी से भरी ड्रिंक का आनंद लें।
जन जन की आवाज़