Homeछत्तीसगढ़कोरबा: न तो पुलिस की गस्ती है और न ही प्रशासन की...

कोरबा: न तो पुलिस की गस्ती है और न ही प्रशासन की सख्ती, फिर भी इस गांव में ग्रामीणों ने खुद को किया घरों में लॉक

कोरबा। पुलिस- प्रशासन की सख्ती के बावजूद शहरी इलाके के लोग अब भी कोरोना महामारी को हल्के में लेते नजर आते हैं, गाइडलाइन को नजरअंदाज किया जाता है। मगर कोरबा में एक गांव ऐसा है जहां न तो पुलिस की गस्ती है और न ही प्रशासन की सख्ती। बावजूद इसके ग्रामीणों ने कोविड-19 से लड़ने के लिए खुद को घरों में लॉक कर लिया है। चौपाल लगाकर ग्रामीणों ने गांव में सम्पूर्ण lockdown लगाने का फैसला लिया जिसका हर कोई पालन करता है।

 

हम बात कर रहे है जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित चुइया ग्राम पंचायत के गांव भटगांव की। इस गांव में फिलहाल कोरोना का एक भी मरीज नहीं है। लेकिन यहां के लोग लॉकडाउन के गाइडलाइन का बखूबी पालन कर रहे हैं। कोरबा जिले में 12 से 22 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया था, जिसे बढ़ा कर 27 अप्रैल तक लागू कर दिया गया है। वहीं कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के लिए पुलिस और प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। बावजूद इसके शहरी इलाके के लोग नियमों का मखौल उड़ाते नजर आते हैं। मगर ग्रामीण इलाके की तस्वीर कुछ अलग है। खासकर भटगांव के ग्रामीणों से शहरवासियों को सीख लेनी चाहिए। भटगांव के ग्रामीणों ने लॉकडाउन का पालन करने के लिए संकल्प ले लिया है। जागरूकता ऐसी, कि लॉकडाउन लगने की खबर सुनने के बाद ही गांव में कर्फ्यू लगा दिया गया। पंच और युवाओं ने वटवृक्ष के नीचे चौपाल लगाई। जहां ग्रामीणों को कोरोना वायरस के संबंध में जानकारी दी गई। इसके साथ ही गांव में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया। जब से जिले में लॉकडाउन लगा है, तब से भटगांव में कर्फ्यू जैसा माहौल है।अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए लोग खुद को घरों में कैद कर लिया है। भटगांव के ग्रामीणों की तरह अगर हर ब्यक्ति जागरूक हो जाएं तो कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ना मुश्किल नहीं होगा।

 

सुबह 6 से 9 बजे तक बाहर निकलने की छूट

 

चौपाल में घर से बाहर निकलने की छूट भी दी गई है, सुबह 6 से 9 बजे तक लोग अपने जरुरी कार्यों को निपटाने के लिए बाहर निकलते हैं। पानी भरना, जंगल से लकड़ी लाना या फिर और कोई कार्य हो इसी समय अंतराल में पूरा करना होता है, लेकिन गांव से बाहर जाने पर सख्त पाबंदी है। बगैर किसी दबाव के यहां के ग्रामीण इस नियम का पालन कर रहे है।

विनोद जायसवाल
विनोद जायसवाल
जन जन की आवाज़

Must Read