एक अधेड़ दिनदहाड़े गाय के शरीर का कर रहा था चीड़फाड़..धर्मसैनिको ने थाने में की शिकायत।
कोरबा/छत्तीसगढ़– जिले में व उसके आसपास के क्षेत्रों में लगभग पिछले 7-8 वर्षों से गाय जैसे बेजुबान जानवरो की रक्षा व सेवा क्षेत्र के कुछ सेवाभावी निरंतर करते आ रहे है ,उसके बावजूद कोरबा ,कुसमुंडा, बांकीमोंगरा व उसके आसपास के शहरी व ग्रामीण इलाकों में आय दिन गायों का शोषण हो रहा है। कही दिनदहाड़े गाय की हत्या कर दी जा रही है तो कही खुलेआम उसका माँस काटकर बेंचा जा रहा है। ऐसा करतूत करने वालों को न तो शासन प्रशासन से भय है और न ही किसी और से डर।
रविवार 20 जून की सुबह बांकीमोंगरा व कुसमुंडा के गौ सेवकों व धर्मसेना के सदस्यों को सूचना प्राप्त हुई कि,बांकीमोंगरा 2 नंबर में बने सरकारी स्कूल के पास के मैदान मे दिनदहाड़े किसी अधेड़ द्वारा गाय का चीड़फाड़ किया जा रहा है? इतने में बांकीमोंगरा व कुसमुंडा के गौ सेवक घटनास्थल पर पहुँचें जहाँ खुले मैदान में दिन दहाड़े एक अधेड़ द्वारा गौ माता का चीड़फाड़ किया जा रहा था व मांस के छोटे छोटे टुकड़े कर बोरे में भरा जा रहा था। सबसे पहले गौ रक्षकों ने उसका विरोध किया फिर उन्होंने पूछा कि वो किस मकसद से गौ माता का चीड़फाड़ कर रहा है?तब उसने जवाब दिया कि वह उसके चमड़ी को चमड़े का रस्सी व अन्य चीजें बनाएगा? इधर दूसरी ओर धर्मसेवक बंधुओं ने गौ मालिक को पकड़ कर ले आया जिसने गाय की मृत्यु होने पर उसका पार्थिव शरीर को खुले में फेंक दिया था?
ज्ञात होगा कि कुछ दिन पूर्व कुसमुंडा के लक्ष्मननगर के खुले मैदान मे मोतीसागर पारा कोरबा के दो युवकों द्वारा गाय को काटकर उसके मांस को खाने व बेचने के लिए ले जाया जा रहा था जिसका शिकायत कुसमुंडा थाने में दर्ज कराई गई थी ।
गौ सेवक लगातार क्षेत्र में गौ रक्षा व सेवा का कार्य कर करते आ रहे हैं और हिन्दू विरोधी विचारधारा के लोगों के द्वारा गाय का चीड़फाड़ व उसके मृत शरीर को गौ मालिकों के द्वारा खुले में फेंके जाने जैसे कृत्य किया जा रहा है जिससे गौ माता के सेवकों को ही नहीं अपितु, संपूर्ण हिन्दू समाज इस प्रकार के घृणित कृत्य से आहत है।
अतः घटना के पश्चात सेवकों ने नाराज होकर तत्काल बांकीमोंगरा थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई जिसमें प्रमुख रूप से सोमनाथ, प्रशांतो दास, धर्मसेना प्रशासनिक प्रमुख तामेश्वर महंत, प्रकाश शर्मा ,राजा ,पुरषोत्तम राठौर शामिल रहे।
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