कोरोना संक्रमणकाल के बीच खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य पूर्ण हो चुका है । रकबा बढ़ने के साथ ही साथ पहली बार जिले में रिकार्ड किसानों से रिकार्ड धान की आवक हुई । जिले के 41 समितियों के 55 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से तय समर्थन मूल्य पर 34 हजार 73 किसानों ने 17 लाख 2 हजार 372 क्विंटल धान बेचा। जिसके एवज में किसानों को मोटा ,स्वर्णा एवं पतला धान के लिए तय समर्थन मूल्य के आधार पर 330 करोड़ 26 लाख 30 हजार 224 रुपए का भुगतान सहकारी बैंकों की शाखाओं के माध्यम से किया जा रहा है । गत वर्ष 2020 -21 में 29 हजार 950 किसानों ने समर्थन मूल्य पर 13 लाख 52 हजार 710 क्विंटल धान बेचा था । इस तरह इस साल तकरीबन 13.76 फीसदी अधिक किसानों ने 15 लाख 54 हजार क्विंटल के लक्ष्य को पार करते हुए 9.54 फीसदी अधिक धान बेचा ।
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यहाँ बताना होगा कि प्रदेश में 1 दिसंबर से 7 फरवरी तक समर्थन मूल्य के आधार पर धान खरीदी की गई । जिले में इस साल 15 लाख 54 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था। तय मियाद में 41 समितियों के 55 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से कुल पंजीकृत 38 हजार 222 किसानों में से 34 हजार 73 किसानों ने धान बेचा । जिसके एवज में किसानों को जिले के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के 6 शाखाओं के माध्यम से 330 करोड़ 26 लाख 30 हजार 224 रुपए उनके बैंक खातों में भुगतान कर दिया गया है। इस साल धान खरीदी के सारे रिकार्ड टूट गए। गत खरीफ वर्ष 2021-22 में जहाँ 29 हजार 950 किसानों से 13 लाख 52 हजार 710 क्विंटल धान की खरीदी हुई है थी वहीं इस खरीफ वर्ष 2021-22 में न केवल धान बेचने वाले किसानों की संख्या 6 हजार 4123 (तकरीबन 13.76 फीसदी) बढ़ गई ,वरन 3 लाख 49 हजार 662 क्विंटल (करीब 25.84 फीसदी ) अधिक धान की आवक हुई है । बात करें लक्ष्य की तो इस साल 15 लाख 54 हजार क्विंटल धान खरीदी के लक्ष्य को भी जिला लांघ गया । जिले में लक्ष्य से 1 लाख 48 हजार 372 क्विंटल ( 9.54 फीसदी )अधिक धान की आवक हुई ।