गोलीकांड में कृष्णा पांडे की हालत गभीर, बिलासपुर सिम्स में चल रहा है इलाज, 5 दिन बीतने को है अब तक नहीं निकाला जा सका गोली, जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है कृष्णा, परिवार में मयूसी,,
कोरबा कटघोरा —-जिले के सरहदी पुलिस चौकी कोरबी से 7 किलोमीटर की दूरी में बुढ़ापाराकुरथा ग्राम स्थित है, जहां सोमवार शाम रात अज्ञात हमलावर द्वारा बुढ़ापारा निवासी कृष्णापाडे को गोलीमार कर घायल कर दिया, जिसका बिलासपुर सिम्स में इलाज चल रहा है , बिलासपुर से वापसी में परिवार के चचेरे भाई दिवाकर अखिलेश पांडे ने बताया कि 5 दिन बीतने को है अब तक फायरिंग की गई गोली नहीं निकाला जा सका है डॉक्टर ने समर्थत्ता जताई है, इससे ऐसा जान पड़ता है की गोली पीठ से होते हुए किडनी हार्ड में जाकर फंसा हुआ है जिसे ऑपरेशन कर निकालना खतरे की बात कही गई है, अब ईश्वर की ही ऐसी कोई चमत्कार हो जो कृष्णा पांडे का जान बचा सके, हमने इस घटना के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि लगभग 10 वर्ष पहले कृष्णा पांडे की विवाह हुआ था कृष्ण अपने पत्नी से काफी परेशान रहा करता था उस पत्नी के द्वारा दहेज प्रताड़ना के तहत जेल जाना पड़ा था कोर्ट में केस मुकदमा होने के बाद पत्नी साथ में रहने से इनकार कर दी, उसके बाद कृष्ण ने दूसरी विवाह कर ली, कृष्ण का पहला वाला साडू से संबंध अच्छे नहीं थे, वह अपने साली का फेवर ज्यादा करता था, और कृष्णा से उसका नहीं बनता था, गांव में किसी से उसका लड़ाई झगड़ा या अन्य विवाद नहीं था, इतनी बड़ी घटना को अंजाम देना समझ से परे हैं, उन्होंने बताया कि हमलावर घटना स्थल में किसी साधन में नहीं थे, इधर रामकुमार कृष्णा पांडे को कहीं ले जाने का इंतजार कर रहा था जैसे ही कृष्णा रामकुमार के बाइक की पीछे बैठता है उसके तुरंत बाद अज्ञात व्यक्ति द्वारा फायरिंग कर दी जाती है, और वह बाइक से गिर जाता है, इस घटना के तुरंत बाद रामकुमार हो हल्ला करता है, एंबुलेंस के सहायता से पुलिस चौकी कोरबी को सूचित करते हुए कटघोरा स्वास्थ्य केंद्र रेफर किया जाता है, डॉक्टर के जांच पड़ताल के बाद उसे बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया जाता है आज वह जिंदगी और मौत की लड़ाई 5 दिनो से लड़ रहा है, लेकिन अब तक कोई सार्थक परिणाम नहीं आया है, परिवार के रो रो के बुरा हाल है सभी लोग असहाय और चिंतित हैं पीड़ित परिवार की मांग है कि पुलिस प्रशासन हमलावर को शीघ्र गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई करें,

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